अल्मोड़ा: जीआईसी के एक हॉस्टल में गरीब अव्वल छात्रों को रहने की सुविधा पूर्व में दी जाती थी. लेकिन वर्ष 2010 से यह सुविधा सरकार की ओर से बंद कर दी गई. पूर्व में रह रहे छात्र लगातार हॉस्टल में रहते आ रहे हैं. स्कूल प्रशासन की लापरवाही रही कि योजना बंद होने के बाद भी पास आउट छात्रों को हटाया नहीं गया.
अल्मोड़ा जीआईसी हॉस्टल में हंगामा: प्रशासन के अनुसार वर्तमान में हॉस्टल में 11 लोग रह रहे हैं. इनमे दो ही छात्र ऐसे हैं जो स्कूल के छात्र हैं. स्कूल की भोजन माता एवं उनका पुत्र भी इसी हॉस्टल में रह रहे हैं. अब स्कूल को इस भवन की आवश्यकता है तो सभी को हॉस्टल खाली करने का नोटिस जारी किया गया है. इसी को लेकर वार्डन छात्रों के पास नोटिस लेकर गए तो छात्रों और वार्डन के बीच कहासुनी हो गई.
छात्रों को हॉस्टल खाली करने का नोटिस: छात्रों का आरोप है कि वार्डन ने दिन में हुई कहासुनी के बाद रात्रि में कुछ लोगों को लाकर एक छात्र रवि अधिकारी जो भोजन माता का पुत्र है की पिटाई कर दी. वहीं आरोप लगाया कि वार्डन एवं उनकी पत्नी ने छात्रों के साथ अभद्रता की. वहीं एक छात्र के परिजन चंद्र प्रकाश जो हॉस्टल में ही रह रहे हैं, ने आरोप लगाया है कि लंबे समय से छात्रों का मानसिक और शारीरिक शोषण किया जा रहा है. वार्डन अपने घर का काम भी हॉस्टल के बच्चों से कराता है.
छात्रों ने वार्डन पर लगाए मारपीट का आरोप: जब स्कूल के कुछ शिक्षक मामला सुलझाने पहुंचे, तो वार्डन की पत्नी और भोजन माता के बीच भी कहासुनी हो गई. इधर विद्यालय के प्रधानाचार्य एनएस बिष्ट ने कहा कि छात्रों को हॉस्टल खाली करने का नोटिस दिया गया है. इस हॉस्टल में स्कूल के केवल दो ही छात्र हैं. वहीं अन्य सभी पास आउट छात्र हैं जो अवैध रूप से रह रहे हैं. इसी को लेकर ये मामला हुआ है. मामले की जांच कर कार्रवाई को जाएगी. वहीं अब जबकि स्कूल को इस भवन की आवश्यकता हुई तो 16 नवंबर तक हॉस्टल खाली करने को कह दिया गया है. इसकी सूचना पुलिस को भी दे दी गई है. 16 नवंबर को स्कूल प्रशासन हॉस्टल के कमरों में अपने ताले लगा देगा. वहीं मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें: अटल आदर्श विद्यालय के अनुतीर्ण बच्चों को सता रही भविष्य की चिंता, प्रवेश को लेकर ये बोले शिक्षा मंत्री