अल्मोड़ा: डांडा कांडा में दिल्ली के एक व्यक्ति द्वारा स्कूल खोलने के नाम पर फर्जी तरीके से जमीन खरीद फरोख्त मामले में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी लंबे समय से हमलावर है. उपपा का कहना है कि इस व्यक्ति द्वारा नियमों व शर्तों को ताक में रखकर जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है, जिसकी रिपोर्ट पूर्व में जिलाधिकारी द्वारा सरकार को भेजी गई थी लेकिन इसके बावजूद भी सरकार ने इस व्यक्ति के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है. उपपा ने मांग की कि इस जमीन को जल्द से जल्द सरकार द्वारा जब्त कर इसके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
अल्मोड़ा में प्रेस वार्ता कर उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि लगभग एक दशक पूर्व केंद्रीय सचिवालय में कार्यरत एक अधिकारी व उसकी पत्नी ने अल्मोड़ा के गोविंदपुर के पास डांडा कांडा में स्कूल खोलने के एवज में प्लीजेंट वैली फाउंडेशन नाम से जमीन खरीदी थी, जिसके बाद इसने क्रय की गई जमीन से अधिक में वन भूमि व ग्रामीणों की भूमि में अवैध कब्जा कर लिया.
उन्होंने आरोप लगाया कि इस व्यक्ति द्वारा लगातार डरा धमकाकर लोगों पर फर्जी मुकदमें लगाए गए. उपपा इसके खिलाफ लंबे समय से लड़ाई लड़ रही है लेकिन राजनैतिक संरक्षण के चलते यह बचता रहा है. पूर्व में इसकी पत्नी ने अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए सिविल जज की हाईकोर्ट में तक शिकायत कर डाली, जिसके बाद विजिलेंस ने उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है.
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पीसी तिवारी ने कहना है पहाड़ में भू माफिया ने अराजकता, अपराध और गुंडागर्दी का अड्डा बना दिया है. इन भू-माफिया को राजनैतिक दलों के द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है. यही कारण है कि इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने मांग की कि इस जमीन को सरकार द्वारा जल्द से जल्द जब्त किया जाना चाहिए. नहीं तो उपपा बड़ा आंदोलन करने को बाध्य होगी.