अल्मोड़ा: प्रसिद्ध न्याय के देवता गोल्ज्यू मंदिर में हाई कोर्ट के आदेश के बाद आखिरकार प्रबंधन समिति यानि ट्रस्ट का गठन कर दिया गया है. जिसमें जिलाधिकारी नितिन भदौरिया को ट्रस्ट का अध्यक्ष, जबकि एसडीएम सीमा विश्वकर्मा को उपाध्यक्ष बनाया गया है. गोल्ज्यू मंदिर में ट्रस्ट बनाये जाने का कई लोग स्वागत कर रहे हैं तो वहीं इसे लेकर पुजारियों में असंतोष देखने को मिल रहा है.
हाई कोर्ट के आदेश के बाद जिला प्रशासन ने गोल्ज्यू मंदिर में ट्रस्ट बनाये जाने के बाद आज पुजारियों ने जिलाधिकारी से मुलाकात कर ट्रस्ट में अपनी सहभागिता को लेकर ज्ञापन सौंपा. इस पर जिलाधिकारी ने कहा ट्रस्ट को लेकर पुजारियों में आम राय बनाने के लिए और असमंजस की स्थिति को ठीक करने के लिए आगामी दिनों में सभी के साथ एक बैठक कर जन सुनवाई की जाएगी. जिसमें सभी पुजारियों का पक्ष सुना जाएगा.
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बता दें कि चितई गोल्ज्यू देवता मंदिर में ट्रस्ट बनाने की मुहिम काफी पहले से चल रही थी. 2017-18 में अधिवक्ता दीपक रुबाली ने इस मामले में हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी. जिसमें कहा गया था कि चितई के गोल्ज्यू मंदिर में हर साल लाखों का चढ़ावा चढ़ता है. मगर यहां के कुछ पुजारियों के परिवार इसे अपना समझते हैं, जिसके कारण इसका रिकॉर्ड नहीं रखा जाता.
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बाद में दिल्ली हाई कोर्ट में प्रेक्टिस करने वाले चितई निवासी अधिवक्ता विनायक पंत ने भी इस मामले में नैनीताल हाई कोर्ट में हस्तक्षेप प्रार्थनापत्र देकर प्रबंधन समिति बनाने की मांग की. बीते चार मार्च को मुख्य न्यायाधीश रमेश रंगनाथन और न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की खंडपीठ ने मामले में अंतिम सुनवाई की. जिसमें सरकार को भी पक्षकार बनाया गया.
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मामले में जिलाधिकारी से रिपोर्ट मंगवाकर इस मामले में दो माह के भीतर निर्णय लेने को कहा. हाई कोर्ट के आदेश के बाद शासन ने चितई के गोल्ज्यू मंदिर में जागेश्वर धाम की तर्ज पर मंदिर प्रबंधन समिति (ट्रस्ट) बनाने के आदेश दिए, जिसका गठन कर दिया गया है.