अल्मोड़ाः गरीब और प्रतिभावान छात्र-छात्राओं के लिए आईआईटी में प्रवेश के लिए बिहार के सुपर-30 की तर्ज पर उत्तराखंड के अल्मोड़ा में भी सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट खुलने जा रहा है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के दिशा-निर्देशन में जिला प्रशासन अल्मोड़ा द्वारा बुधवार को अल्मोड़ा में प्रदेश के पहले "द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट" का गठन किया गया. विकास भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में इसके सफल संचालन हेतु जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया और इलारा कैपिटल लंदन के सीईओ राजभट्ट द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए. इस ट्रस्ट का संचालन सीडाॅट के चेयरमैन डॉ. राजकुमार उपाध्याय द्वारा किया जाएगा. वहीं, इस ट्रस्ट के सलाहकार एनएसए अजीत डोभाल के पुत्र शौर्या डोभाल होंगे.
इस कार्यक्रम में सुपर-30 के संचालन एवं चयन प्रक्रिया की जानकारी प्रदान करते हुए चेयरमैन सीडाॅट एवं सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट के सलाहकार डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने बताया कि, इस संस्थान का मुख्य उद्देश्य राज्य के गरीब प्रतिभावान बच्चों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान(आईआईटी) में प्रवेश के लिए निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाना है.
उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में यह एक अलग तरह का संस्थान होगा. जिसमें प्रदेश के सभी विद्यालयों के 10वीं कक्षा की परीक्षा में मेरिट में रहने वाले चार से पांच छात्रों को प्रदेश स्तरीय प्रवेश परीक्षा के लिए चुना जायेगा. चुने गए छात्रों में प्रवेश परीक्षा के आधार पर टाॅप 30 छात्रों को इस संस्थान में प्रवेश दिया जाएगा. यह संस्थान आवासीय रहेगा जिसमें 11वीं एवं 12वीं कक्षाओं के साथ-साथ तैयारी करायी जाएगी. वहीं, संस्थान के लिए विषय विशेषज्ञ अध्यापकों की व्यवस्था की जायेगी. इसके साथ ही इस संस्थान में व्यय होने वाली धनराशि का वहन राघव बहल के सहयोग से किया जायेगा. संस्थान की अन्य सुविधाओं हेतु जिला प्रशासन द्वारा सहयोग किया जायेगा.
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वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से "द सुपर-30 हिमालयन एजुकेशनल ट्रस्ट" के सलाहकार व इण्डिया फाउण्डेशन के शौर्य डोभाल ने संस्थान को हर सम्भव सहायता देने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि इस संस्थान के खुलने से उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में परिर्वतन की क्रान्ति आयेगी। उन्होंने कहा कि इस संस्थान के सफल संचालन के लिए मेरिट के आधार पर बच्चों का चयन किया जायेगा. मेरिट के आधार पर चयन किये गये बच्चों से शिक्षा व समाज विकसित होगा. उन्होंने बताया कि यह संस्थान अगले वर्ष अप्रैल माह से प्रारम्भ कर दिया जायेगा जिससे शिक्षा जगत में एक नये परिर्वतन की आशा रहेगी.