अल्मोड़ा: जिले के स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को मिलने वाली छात्रवृत्ति के लिए समाज कल्याण विभाग की ओर से अल्मोड़ा में एक कैंप लगाया गया है. इस कैंप में राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजनाओं के तहत बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण किया जा रहा है. पोर्टल के माध्यम से किए जा रहे इस प्रमाणीकरण कार्यक्रम में शिक्षकों के जाने से जहां स्कूल बंद रह रहे हैं, वहीं छात्र छात्राओं की पढ़ाई में व्यवधान उत्पन्न हो गया है.
कैंप में गए शिक्षक, पढ़ाई चौपट: समाज कल्याण विभाग की ओर से अल्मोड़ा के पांडेखोला के एक सीएससी में राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल के माध्यम से प्रमाणीकरण के लिए स्कूल या संस्थान से दो लोगों को बुलाया गया. इससे शुक्रवार को हवालबाग क्षेत्र के वह स्कूल बंद रहे, जिनमें दो शिक्षक या एकल शिक्षक हैं. इससे वहां के छात्र छात्राओं की पढ़ाई में व्यवधान रहा.
शिक्षक संघ का ये प्रस्ताव: राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री जगदीश भंडारी ने कहा कि जिले में अधिकांश विकास खंडों के विद्यालयों की जिला मुख्यालय से दूरी 100 से 150 किमी तक है. राजकीय हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों सहित विद्यालयों में नोडल अधिकारी का दायित्व शिक्षकों के पास ही होता है. अधिकांश प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों में एक या दो शिक्षक ही कार्यरत हैं. जिनका उक्त कार्य के लिए जिला मुख्यालय आने पर विद्यालय पूर्णतः बन्द हो रहे हैं. शिक्षण कार्य पूर्णतः बाधित हो रहा है. उन्होंने मांग की कि इस प्रमाणीकरण के लिए प्रत्येक ब्लॉक में एक सीएससी सेंटर खोला जाए. दो शिक्षकों को न बुलाकर एक ही शिक्षक को बुलाया जाए.
समाज कल्याण अधिकारी की ये है सफाई: वहीं समाज कल्याण अधिकारी ने कहा कि कैंप लगाकर राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल के माध्यम से बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण कार्य कराया जा रहा है. इसमें कुछ तकनीकी खराबी आ जा रही है. अनेक लोगों के आधार कार्ड भी अपडेट नहीं हैं, जिससे समय लग रहा है. उन्होंने कहा कि स्कूल में जाकर बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण कार्य किया जाना असंभव है. इसलिए अल्मोड़ा के पांडेखोला में स्थित सीएससी में कैंप लगाकर 31 दिसंबर तक कार्य पूरा कराया जाना है. स्कूल बंद न हो इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं कि एक शिक्षक को बुलाकर ही बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण का कार्य हो सके.
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