अल्मोड़ा: कोराना वायरस से निपटने के लिए जहां अल्मोड़ा जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा पूर्ण तैयारियों का दावा कर रहा है, वहीं दूसरी ओर प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. प्रशासन द्वारा जिले में बाहरी लोगों के आने पर चेकअप के दावे भी खोखले साबित हो रहे हैं. ऐसे में इन लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें कि राजस्थान, हरियाणा समेत कई राज्यों के एक दर्जन लोग घर जाने के लिए अपना चेकअप कराने आज सुबह अल्मोड़ा के जिला अस्पताल पहुंचे. जहां डॉक्टर नदारद मिले. साथ ही कई घंटों इंतजार के बाद भी उनकी जांच हो पाई. राजस्थान से आए अल्मोड़ा के दन्या ध्याड़ी निवासी प्रमोद का कहना है कि वह आज सुबह बड़ी मुश्किल से अल्मोड़ा पहुंचे. अल्मोड़ा पहुंचते ही कोराना के डर से अपना चैकअप करवाने के लिए सुबह 6 बजे वह जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां पर न ही डॉक्टर मिले और न ही उनकी कोई जांच हो पाई.
यह भी पढ़ें: उत्तराखंडः कोरोना मरीजों के लिए सभी अस्पतालों में 25 फीसदी बेड होंगे आरक्षित
उनका कहना है कि उन्हें इधर से उधर भटकाया जा रहा है, लेकिन उनकी जांच नहीं की जा रही है. उन्होंने 25 रुपये की पर्ची भी कटाई लेकिन उनकी जांच न कर उन्हें भटकाया जा रहा है. वहीं, हरियाणा से अपने गांव को आए गोविंद का कहना है कि होटल बंद होने के कारण वह अपने गांव को आए. हरियाणा से आते वक्त एक बार उनकी स्क्रीनिंग हुई उसके बाद अभी तक उनकी जांच नहीं हुई है. जिस कारण वह अल्मोड़ा पहुंचने पर खुद अपनी जांच करवाकर अपने गंतव्य को जाना चाहते हैं. वहीं, जिला अस्पताल पहुंचने और कई घंटों इंतजार के बाद भी उनकी जांच नहीं हो पाई है.
इस मामले में अल्मोड़ा की एसडीएम सीमा विश्वकर्मा का कहना है कि यह लोग जहां से आए हैं वहां इनकी पहले जांच हो चुकी है. लेकिन यह लोग यहां से आगे जाने लिए मेडिकल फिटनेस प्रमाण-पत्र बनवाने आए हैं. जिसे हमने लॉक डाउन के चलते बंद किया हुआ है.