अल्मोड़ा: जिले में लगने वाला उत्तराखंड का प्रसिद्ध और पौराणिक नंदादेवी मेला इस बार कोरोना के चलते भव्य रूप से नहीं लग पाएगा. वहीं समिति के लोगों के साथ विधिवत पूजा पाठ कर 23 अगस्त से सादगी के साथ इस मेले को सांकेतिक रूप से शुरू किया जाएगा. मेले की शुरूवात की पूजा पाठ समेत अन्य क्रियाकलापों को ऑनलाइन और लोकल केबल ऑपरेटरों के माध्यम से लोगों को दिखाया जाएगा.
जिले के नंदादेवी मंदिर कमेटी के अध्यक्ष मनोज वर्मा ने बताया कि इस साल होने वाले नंदादेवी मेले के आयोजन के संबंध में प्रशासन के साथ बैठक कर रूपरेखा निर्धारित की गई है. जिसमें इस साल कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए रंगारंग कार्यक्रम, सांस्कृतिक कार्यक्रम और मंदिर परिसर में दुकानें आदि नहीं लगेंगी. उन्होंने बताया कि 23 अगस्त से प्रारंभ होने वाले नंदादेवी मेले का शुभारंभ गणेश पूजा के साथ होगा. वहीं 24 अगस्त को केले के खामों को आमंत्रित किया जाएगा. 25 अगस्त को केलों के खामों को मंदिर परिसर में लाया जाएगा. साथ ही 28 अगस्त को मेले का विधिवत समापन होगा.
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उन्होंने बताया कि कोविड-19 को देखते हुए सीमित संख्या में ही इस आयोजन की अनुमति दी गई है. साथ ही केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का पूर्ण पालन करना होगा. मंदिर परिसर में निश्चित दूरी पर गोले लगाकर श्रद्वालु उसमें पूरी समाजिक दूरी का पालन करते हुए दर्शन कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि मंदिर के गेट पर मेडिकल की टीम द्वारा चैकअप किया जाएगा. साथ ही सामाजिक दूरी का पालन हो इसके लिए पुलिस बल भी तैनात किया जाएगा.
बता दें कि अल्मोड़ा मे लगने वाला नंदादेवी का पौराणिक मेला हर साल भव्य रूप से आयोजित किया जाता था. जिसमें देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु पहुंचते थे, जो मंदिर के दर्शन कर मेले के रंगारंग कार्यक्रमों का लुत्फ उठाते थे, लेकिन कोरोना के चलते इस साल मंदिर कमेटी के निर्देशों का पालन करते हुए ही कार्य किए जाएंगे.