सोमेश्वरः हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए नवंबर माह तक 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन बांटने की बात कही थी. जिस पर अब राजनीति गर्माने लगी है. राज्य सभा सांसद प्रदीप टम्टा ने इस मामले में केंद्र की भाजपा सरकार को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा कि सरकार बिहार में होने वाले विधानसभी चुनाव को प्रभावित करने के लिए ऐसा कदम उठा रही है. जबकि, राज्य सरकार लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित कांग्रेसियों के ऊपर दमनात्मक कार्रवाई कर उनके खिलाफ मुकदमे ठोक रही है.
गुरुवार को सोमेश्वर में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी हवालबाग की आम बैठक में शिरकत करने पहुंचे राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार पर कई आरोप लगाए. उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अन्य विपक्षी दलों के साथ विचार विमर्श किए बगैर प्रधानमंत्री ने देश में लॉकडाउन की घोषणा कर दी. उसके बाद जनता को विश्वास में लिए बगैर आधी रात में देश के ऊपर जनता कर्फ्यू थोप दिया. जिससे मजदूर वर्ग से लेकर मध्यम वर्ग तक के लोगों को बड़ी दुश्वारियां झेलनी पड़ी. अब बिहार चुनाव को प्रभावित करने के लिए नवंबर माह तक फ्री में राशन बांटने का ऐलान कर चुकी है.
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प्रदीप टम्टा ने प्रदेश की सरकार पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर दमनकारी नीति अपनाकर उनके खिलाफ मुकदमे ठोक दिए. जबकि, कांग्रेस पार्टी जनता की आवाज बनते हुए महंगाई को लेकर लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे.
प्रदीप टम्टा ने केंद्र और राज्य सरकार पर डीजल और पेट्रोल की कीमतों में गलत समय पर वृद्धि करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि इस वक्त जब देश कोरोना महामारी के दौर में लॉकडाउन का दंश झेल रहा है, ऐसे वक्त में महंगाई बढ़ाना जनता के साथ कुठाराघात करना है.