रानीखेत: को-ऑपरेटिव ड्रग फैक्ट्री की दशा सुधारने के लिए मोहन नेगी को एक बार फिर श्रमिक संघ का अध्यक्ष बनाया गया है. जिसके बाद मोहन नेगी ने कर्मचारियों से चर्चा कर फैक्ट्री के बारे में जानकारी ली. उनका कहना है कि पृथक राज्य बनने के बाद भी यहां गनियाद्योली स्थित को-ऑपरेटिव ड्रग फैक्ट्री के हालत में कोई सुधार नहीं हो सका है. उपेक्षा के चलते पहले ही फैक्ट्री के हालत खराब थी.
जानकारी के मुताबिक आर्डर में कमी के कारण फैक्ट्री का उत्पादन प्रभावित हो रहा है. जिसके बाद संघ की नई कार्यकारिणी के लिए मोहन नेगी को फिर अध्यक्ष चुन लिया गया है. वहीं, खुशाल डोगरा महामंत्री, हर सिंह रौतेला उप सभापति, विकास चंद्र संयुक्त मंत्री, हरीश प्रसाद कोषाध्यक्ष चुने गए हैं. श्रमिक संघ की बैठक में फैक्ट्री की हालत पर चिंता जताई गई. साथ ही युवाओं को जड़ी-बूटी उत्पादन का प्रशिक्षण दिलाने पर जोर दिया गया.
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वक्ताओं का कहना है कि फैक्ट्री को अब बाहर से ऑर्डर मिलने कम हो गए हैं, जिससे उत्पादन प्रभावित हो रहा है. इसके अलावा पुराने कर्मचारी लगातार रिटायर हो रहे हैं. जिस कारण यहां अब मात्र 15 से 17 श्रमिक ही कार्यरत हैं. जबकि पहले यहां 250 श्रमिक कार्यरत थे. उनका कहना है कि राज्य गठन के बाद ये स्थिति बनी हुई है.