अल्मोड़ा: उत्तराखंड को नए राज्य का दर्ज मिलने के बाद से ही पहाड़ी जिलों में पलायन लगातार बढ़ता ही जा रहा है. सरकार की तमाम कोशिशों के बाद भी पहाड़ों से पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. प्रदेश में पौड़ी जिले के बाद पलायन में दूसरा नंबर अल्मोड़ा जिले का है, जहां सबसे ज्यादा पलायन हुआ है. इस स्थिति को देखते हुए पलायन आयोग ने अल्मोड़ा के विकास भवन में अधिकारियों के साथ बैठक की. साथ ही बैठक में पलायन को लेकर विभिन्न मसलों को लेकर चर्चा की गई.
पलायन आयोग के उपाध्यक्ष शरद नेगी ने बताया कि उत्तराखंड में बढ़ रहे पलायन को रोकने के लिए बैठक का आयोजन किया गया. साथ ही पलायन को लेकर विभिन्न गंभीर मामलों पर बातचीत हुई. ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की जनसंख्या अधिक होने के कारण यहां महिलाओं को ध्यान में रखकर योजनाएं बनाने की जरूरत है. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है.
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ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति व्यक्ति आय कम है, जिसे बढ़ाकर 10 हजार रुपये करने की जरूरत है. वहीं, अल्मोड़ा पलायन में दूसरे नम्बर पर है. यहां के कुछ विकासखंड जो सूखा प्रभावित है, वहां कुछ ज्यादा ही पलायन है. इन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. साथ ही बैठक के बाद विकास खंडवार रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी.