अल्मोडा: ताड़ीखेत ब्लॉक के फयाटनौला गांव में एक युवक को अपना निवाला बनाने वाला गुलदार पिंजरे में कैद हो गया गया है. इस आदमखोर गुलदार के आतंक से गांव के लोग दहशत के साए में जीने को मजबूर थे. गुलदार के पकड़े जाने से ग्रामीणों ने कुछ राहत की सांस ली है.
पकड़ा गया फयाटनौला का आदमखोर गुलदार: गौरतलब है कि 2 मई को अल्मोड़ा जिले के फयाटनौला गांव में गुलदार ने गांव के एक युवक जगदीश चंद्र असनोड़ा को अपना निवाला बना दिया था. जगदीश का शव घटना स्थल से डेढ़ किमी दूर ग्रामीणों को झाड़ियों में मिला था. घटना की जानकारी ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों को दी थी. जिसके बाद गांव में पिंजरा लगाया गया था.
सोमवार रात पिंजरे में बंद हुआ आदमखोर गुलदार: गांव के वरिष्ठ नागरिक राजेंद्र सिंह मावड़ी ने बताया कि सोमवार की रात्रि गुलदार पिंजरे में कैद हो गया है. इसका पता मंगलवार की सुबह लगा. इसकी सूचना तत्काल वन विभाग को दे दी गई. इधर वन क्षेत्राधिकारी तापस मिश्र ने बताया कि गुलदार के पिंजरे में कैद होने की सूचना ग्रामीणों से मिली है. वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे हैं. कैद हुआ गुलदार नर है. इस गुलदार की आयु 5 वर्ष है. इसे अल्मोड़ा रेस्क्यू सेंटर ले जाया जा रहा है. वहां पर इसका परीक्षण होगा. उसके बाद तय किया जाएगा कि इसे चिड़ियाघर में रखा जाये या बाहर भेजा जाए.
क्षेत्र में और भी गुलदार हैं: फयाटनौला गांव में इस गुलदार के पकड़े जाने से लोगों ने कुछ राहत की सांस ली है. हालांकि अभी ग्रामीणों में पूरी तरह दहशत समाप्त नहीं हुई है. ग्रामीणों के अनुसार क्षेत्र में अभी भी करीब तीन गुलदार हैं. जिनसे खतरा बना हुआ है. ग्रामीण उन्हें भी पकड़ने की मांग कर रहे हैं.
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गुलदार को देखने उमड़ी ग्रामीणों की भीड़: गुलदार के पिंजरे में कैद होने की सूचना के बाद गांव के सभी लोग उसे देखने पहुंच गए. वहीं वन विभाग की टीम ने बड़ी मशक्कत के बाद पिंजरे में कैद गुलदार को सड़क तक पहुंचाया. वहां से लाद कर गुलदार को अल्मोड़ा रेस्क्यू सेंटर की ओर रवाना हो गए.
पिंजरे और कैमरा ट्रैप लगाए रखने की मांग: फयाटनौला गांव के लोगों को डर है कि अभी भी उनके इलाके में दो से तीन गुलदार मौजूद हैं. इसलिए उनका कहना है कि वन विभाग को अभी ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए. गांव के लोगों की मांग है कि गांव और उसके आसपास पिंजरे और ट्रैप कैमरे लगाए रखे जाएं, जिससे बाकी गुलदारों की गतिविधि पता चलने के साथ वो पिंजरे में बंद हो सकें.