अल्मोड़ाः कुमाऊं के पहाड़ी जिलों में पहली बार नवम्बर महीने में जंगलों आग लगने की घटनाएं सामने आ रही हैं. अल्मोड़ा जिले की बात करें तो रानीखेत के चौबटिया के जंगल बीते कई दिनों से धधक रहे हैं. अल्मोड़ा नगर के आस पास के जंगल पहले ही जल चुके हैं. जबकि, पिछले पखवाड़े में अल्मोड़ा के जौरासी रेंज के जगलों में आग से कई हेक्टेयर की वन संपदा खाक हो चुकी है.
अल्मोड़ा वन प्रभाग के डीएफओ महातिम यादव का कहना है कि लंबे समय से बारिश नहीं हुई है. इस कारण दिन की तेज धूप से जंगलों में आग लगने की घटनाएं बढ़ रही हैं. उनका कहना है कि अल्मोड़ा वन प्रभाग के अंतर्गत करीब 61 हजार हेक्टेयर आरक्षित वन क्षेत्र हैं. तकरीबन इतना ही क्षेत्रफल सिविल और वन पंचायत के जंगलों का है.
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उनका कहना है आग की घटनाएं सभी जगह सामने आ रही है, लेकिन आरक्षित वन क्षेत्र में उनका फील्ड स्टाफ मौजूद रहता है. इस कारण आग को जल्द बुझा दिया जाता है, लेकिन सिविल वन क्षेत्र व वन पंचायत के जंगलों में जनता का सहयोग अपेक्षित रहता है.
उन्होंने बताया कि उनकी ओर से स्टाफ को आग की घटनाओं को लेकर अलर्ट किया गया है. अल्मोड़ा वन प्रभाग के अंतर्गत अभी तक 2 हेक्टेयर आरक्षित वन जल चुके हैं. सिविल व वन पंचायत का अभी आकलन नहीं हो पाया है.