अल्मोड़ा: राज्य सरकार ने उत्तराखंड भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में हुई वित्तीय अनियमितताओं की जांच और स्पेशल ऑडिट का जिम्मा महालेखाकार कार्यालय को सौंपा है. इसी क्रम में बोर्ड की तरफ से सभी जनपदों के श्रम अधिकारियों को श्रम विभाग द्वारा अब तक श्रमिकों को बांटे गए सभी प्रकार के सामान, उपकरणों का वर्षवार विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश मिले हैं.
अल्मोड़ा के सहायक श्रम आयुक्त उमेश रॉय ने बताया कि भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा उन्हें निर्देश मिले हैं कि श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के कल्याण के लिए अब तक बांटे गए सामान छाते, कंबल, सिलाई मशीन, साइकिल, विभिन्न टूल किट आदि का वर्षवार विवरण मांगा गया है. ताकि उसका सत्यापन किया जा सके. बोर्ड से मिले आदेश के क्रम में उनके द्वारा अल्मोड़ा व बागेश्वर के सभी लेबर ऑफिसरों को निर्धारित प्रारूप में अब तक बांटे गए सामान की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए गए हैं.
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बता दें कि कर्मकार कल्याण बोर्ड में भवन निर्माण श्रमिकों से जुड़ी सुविधाओं का लाभ अपात्रों को दिए जाने के साथ ही बड़े पैमाने पर सामान की हेराफेरी प्रकाश में आ चुकी है. साइकिलों के बंटवारे से लेकर सिलाई मशीन, टूल किट तक के वितरण में गड़बड़ी सामने आयी है. यही नहीं गैर श्रमिकों के श्रमिक कार्ड बना कर तमाम वित्तीय लाभ देने के भी आरोप हैं. जिसके बाद सरकार ने मंत्री हरक सिंह रावत समेत उनके करीबियों को हटाकर बोर्ड का ढांचा ही बदल दिया है.
यहीं नहीं कोरोनाकाल में श्रमिकों को राशन किटों का भी वितरण किया गया, लेकिन अल्मोड़ा जिले में इसे किसी बाहरी प्राइवेट एजेंसी के माध्यम से बांटा गया. इसकी जानकारी अल्मोड़ा जिले के श्रम विभाग को भी नहीं लगी कि कब किट बंटे और कितने किट बंटे. बाद में कई पात्र श्रमिकों को यह किट नहीं मिलने की शिकायत भी सामने आई.