अल्मोड़ा: पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य उत्तराखंड में कोरोना महामारी ने पर्यटन व्यवसाय को चौपट कर दिया है. आलम यह है कि पर्यटन व्यवसायी, होटल कारोबारियों को आज आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है. इस व्यवसाय से जुड़े लोगों की नौकरियां चली गयी हैं. पर्यटन की इस हालत को लेकर जागेश्वर विविधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने सरकार पर निशाना साधा है. कुंजवाल ने कहा कोरोनाकाल में सरकार के अलग-अलग निर्णयों ने ही पर्यटन कारोबार पर असर डाला है.
गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि सरकार कोरोना मैनेजमेंट में फेल साबित हुई है. इससे पर्यटन, रोजगार पूरी तरह ध्वस्त हो गया है. सरकार ने कोरोना काल से पहले लॉकडाउन लगाया, उसके बाद फिर उसे खोल दिया. इसके साथ ही बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए हर दिन नए-नए नियम बनाये गये. जिससे परेशान होकर पर्यटकों ने प्रदेश की ओर रुख नहीं किया.
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वहीं, अल्मोड़ा के होटल कारोबार से जुड़े राजेश बिष्ट का कहना है कि कोराना का पहाड़ के पर्यटन पर आपदा से भी अधिक असर पड़ा है. होटल व्यवसायियों का कहना है कि कोरोना के चलते बीते छह महीनों से होटल सुनसान हो गये हैं. जिससे उनको करोड़ों का आर्थिक नुकसान हुआ है. यही नहीं इस व्यवसाय से जुड़े कई कर्मचारी बेरोजगार हो गये हैं, जो मुफलिसी की जिंदगी जीने को मजबूर हैं.
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राजेश ने कहा अब बीतते वक्त के साथ प्रदेश में पर्यटकों को लेकर सरकार ने नई गाइडलाइन बनाई है. जिसमें वे अब बिना क्वारंटीन हुए होटलों में रह सकते हैं. इसके साथ ही पर्यटकों को कुछ और छूट दी गई है. जिससे पर्यटन कारोबार एक बार फिर से पटरी पर लौट सकता है.