रानीखेत: प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में इलाज कराना महंगा हो गया. जिससे आम आदमी पर इसका बोझ पड़ेगा. लोगों ने सरकार से फीस में हुई वृद्धि को वापस लेने की मांग की है.
बता दें कि सरकारी अस्पतालों में अब इलाज पहले से काफी महंगा हो गया है. अभी तक ओपीडी पर्चे के लिए 23 रुपये देने पड़ते थे, लेकिन अब 60 रुपये देने पड़ेंगे. इसके अलावा अल्ट्रासाउंड में पहले 471 रुपये देने पड़ते थे, अब 700 रुपये देने होंगे.
पढ़ें:देहरादून में जल्द खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, पेट्रोल पंप में भी मिलेगी सुविधा
देवभूमि क्रांति मंच के अध्यक्ष रवींद्र जोशी ने कहा कि एक ओर जहां सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के पद खाली हैं. तो वहीं पदों को भरने के बजाय शुल्कों में वृद्धि कर दी गई है. उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पतालों में शुल्क वृद्धि को देखते हुए अब प्राइवेट अस्पतालों में भी फीस बढ़ा दी जायेगी. जिससे गरीब तबके के लोग प्रभावित होंगे.
कांग्रेस नेता तथा अस्पताल प्रबंधन समिति के सदस्य दीपक पंत ने भी अस्पतालों में शुल्क बढ़ाने का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि गरीब व्यक्तियों को ध्यान में रखते हुए सरकार को योजनाएं बनानी चाहिए.
पढ़ें:उत्तराखंडः देशभर में बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग को लेकर पदयात्रा पर निकले रुद्रुपुर के ओमकार
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता भाष्कर बिष्ट ने कहा कि सरकार को शुल्क वृद्धि वापस लेनी चाहिए. जिससे आम लोगों को राहत मिल सके.