अल्मोड़ा: जिले के सल्ट क्षेत्र में विगत दिनों आदमखोर गुलदार ने एक महिला को अपना शिकार बनाया था. जिसके बाद ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग पर गुलदार को पकड़ने प्रेशर बढ़ गया था. ऐसे में अब वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए गांव में दो पिंजरे लगा दिए हैं. इतना ही नहीं तेंदुए की आवाजाही पर नजर रखने के लिए ड्रोन ड्रोन कैमरा भी लगाया है. लिहाजा, आज अल्मोड़ा वन प्रभाग के डीएफओ महातिम यादव ने गांव पहुंचकर जंगल का निरीक्षण भी किया.
गौर हो कि सल्ट विकासखंड के कूपी गांव निवासी महिला गुड्डी देवी को विगत मंगलवार गुलदार ने अपना निवाला बनाया था. मृतका जंगल में पालतू मवेशियों के लिए घास लेने गयी थी. जिसके बाद से ही ग्रामीणों में इस घटना को लेकर काफी आक्रोश था. ऐसे में ग्रामीण वन विभाग से आदमखोर गुलदार को पकड़ने की मांग कर रहे थे.
ग्रामीणों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए गांव क्षेत्र में 2 पिजड़े लगाने के साथ ही गुलदार की एक्टिविटी पर नजर बनाए रखने के लिए ड्रोन कैमरे लगा दिए हैं. साथ ही ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए वन विभाग के दो रेंजों के 20 वनकर्मियों को भी लगातार क्षेत्र की गश्त में लगाया है. बताया जा रहा है कि बाघ की आवाजाही का पता लगाने के लिए वन विभाग क्षेत्र में ट्रैप कैमरा लगाने की भी तैयारी कर रहा है.
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वहीं, तेंदुए के हमले के बाद से दहशत में आए कूपी गांव के लोग शाम छह बजते ही अपने घरों में कैद हो रहे हैं. साथ ही छोटे बच्चों को भी घर के बाहर नहीं खेलने दिया जा रहा है. दहशत इतनी बढ़ गई है कि मवेशियों के लिए चारा आदि लेने के लिए महिलाएं समूह बनाकर जा रहीं हैं. वन विभाग की टीम भी गांव में घर-घर जाकर लोगों से सचेत रहने को कह रही है. लिहाजा, आज डीएफओ अल्मोड़ा महातिम यादव ने सल्ट क्षेत्र के कूपी गांव के जंगल का निरीक्षण किया. इस दौरान डीएफओ ने मृतक महिला के परिजनों को 1 लाख 20 हजार की सहायता राशि का चेक भी दिया. साथ ही लोगों से अपील भी की कि गुलदार के पकड़े जाने तक वह थोड़ा सचेत रहे.