अल्मोड़ा: गर्मी के मौसम में बीते दो सप्ताह से जमकर बारिश हुई. बावजूद इसके अल्मोड़ा में पेयजल संकट बना हुआ है. नलों में दो से तीन दिनों में पानी तो आ रहा है. लेकिन यह पानी पीने लायक नहीं है. नलों में गंदा और मटमैला पानी आ रहा है, जिस कारण नौले धारे और प्राकृतिक जल स्रोतों में साफ पानी भरने के लिए लोगों की भारी भीड़ जमा हो रही है.
नगर के रैलापाली वॉर्ड में सिमकनी मैदान के धारे में देर रात तक पानी भरने के लिए कॉलेज के छात्र-छात्राओं की भारी भीड़ लगी है. दूर-दराज के क्षेत्रों से अल्मोड़ा में पढ़ाई करने आए छात्र छात्राओं का कहना है कि नल में साफ पानी नहीं आ रहा है. इस कारण रात के 10 से 12 बजे तक पानी भरना पड़ता है.
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छात्रों का कहना है कि 10 से 15 लीटर के बर्तन को भरने के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ रही है. करीब 2 से 3 घंटे इंतजार करने के बाद पानी मिल पा रहा है. छात्र-छात्राओं का कहना है कि कॉलेज में परीक्षा चल रही है. लेकिन उन्हें पानी भरने के लिए आना पड़ रहा है.