अल्मोड़ाः सोमेश्वर क्षेत्र में जमकर बारिश हुई. जिससे नदी नाले उफान पर आ गए हैं. जैनाल और डॉबी गधेरा के उफान पर आने के कारण दाड़िमखोला और तिलौरा क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है. हालांकि, अभी तक जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन घरों, खेतों और पेयजल लाइन को नुकसान पहुंचा है. उधर, रानीखेत के सौनी-बिनसर क्षेत्र में गदेरे के उफान पर आने से बिनसर महादेव में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई.
जानकारी के मुताबिक, सोमेश्वर के जैनाब और पायखाम में गुरुवार सुबह के समय अतिवृष्टि के कारण जैनाल व डॉबी गधेरा उफान पर आ गए. जिसका असर दाड़िमखोला और तिलौरा क्षेत्र तक हुआ. इस क्षेत्र में कुछ लोगों के घरों व खेतों में मलबा भर गया. जबकि, शनि मंदिर, भैरव मंदिर और धर्मशाला पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए. मलबे के कारण पेयजल लाइन भी ध्वस्त हुई है. खेतों में लगी पॉलीहाउस को भी नुकसान पहुंचा है. किलबुडाल से संचालित हो रही दाड़िमखोला सिंचाई पंपिंग योजना भी प्रवाहित हुई है.
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वहीं, दाड़िमखोला-सकनियाकोट निमार्णाधीन सड़क (प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना) की दीवार टूट चुकी है. सूचना मिलने पर तहसीलदार और पटवारी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने नुकसान का जायजा लिया. बीजेपी जिला महामंत्री और जिला पंचायत सदस्य महेश नयाल ने बताया कि भारी बारिश से दाड़िमखोला में काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. जिसके बारे में प्रशासन को अवगत करा दिया है. जल्द ही पुनर्निर्माण कार्य कराने की मांग की है.
भारी बारिश से बिनसर महादेव में बने बाढ़ जैसे हालात
रानीखेत के सौनी-बिनसर क्षेत्र में अतिवृष्टि से बिनसर महादेव में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई. मंदिर से लगे गधेरे के ऊफान में आने से मंदिर के परिसर में बारिश का पानी बाढ़ की तरह बहने लगा. जिससे अफरा-तफरी मच गई. बारिश से मंदिर की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई. जबकि, फूलों की क्यारियों को भी नुकसान पहुंचा है. हालांकि, मंदिर को अधिक नुकसान की सूचना नहीं है.