अल्मोड़ा/रानीखेत: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बीते दिन अपने तय कार्यक्रम के अनुसार नैनीताल से अल्मोड़ा पहुंचे. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. खैरना और उपराड़ी में लोगों ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत किया. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री रविवार की सुबह रानीखेत के हैड़ाखान मंदिर जाएंगे जहां से वो द्वाराहाट जाकर एक जनसभा को संबोधित करेंगे, जिसके बाद बजट सत्र में शामिल होने के लिए गैरसैंण के लिए रवाना होंगे.
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने उपराड़ी में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार का 18 मार्च को 4 साल का कार्यकाल पूर्ण हो जाएगा. इस दौरान राज्य सरकार ने जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के पूरे प्रयास किए. सड़क कनेक्टिविटी के क्षेत्र में बहुत काम किए हैं. राज्य बनने के बाद 17 साल में सड़कों का जितना निर्माण हुआ, लगभग उतनी सड़कें पिछले 3 साल 10 महीने में बनाई गई. उन्होंने कहा कि राज्यभर में करीब 11 हजार किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण किया गया है. महिलाओं के सिर से घास के बोझ को हटाने के लिए राज्य में मुख्यमंत्री घसियारी योजना शुरू की जा रही है. लोगों के घरों तक घास की गठरी पहुंचाने के लिए योजना बनाई जा रही है. पौने आठ हजार सेंटरों के माध्यम से कम दाम पर घास की गठरी पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी.
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मुख्यमंत्री के समक्ष उठाई गई यें मांगें...
वहीं, विश्राम गृह में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बारी-बारी से ताड़ीखेत, भिकियासैंण, मजखाली और रानीखेत मंडल के पदाधिकारियों से वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से पिछले चार साल में कई तरह की विकास योजनाएं संचालित की गई हैं. इन योजनाओं को आम जन के बीच पहुंचाना होगा. ताड़ीखेत के भाजपा नेता प्रमोद रावत ने बैठक में रानीखेत जिले की मांग उठाई, जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटी प्रशासनिक इकाइयों से विकास नहीं होता, अगर 200 करोड़ रुपए से योजनाएं बनेंगी तो विकास होगा. उन्होंने कहा कि भविष्य में धन की व्यवस्था होने पर नए जिलों के गठन के बारे में विचार किया जाएगा. वहीं, प्रधान राम सिंह रावत ने दुभणा देवलीखेत में स्वीकृत आईटीआई खोलने की मांग उठाई.