अल्मोड़ाः सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल लंबे समय से घाटे में चल रही है. वित्तीय समस्याओं से जूझ रही बीएसएनल कंपनी के पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने तक के लाले पड़े हैं. इसके चलते बीएसएनएल कंपनी अल्मोड़ा ऑफिस में कार्यरत 40 से 50 संविदा कर्मचारियों को निकालने जा रही है, जिससे इन कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा होने जा रहा है.
बीएसएनल महाप्रबंधक अनिल गुप्ता ने मामले में बीएसएनएल सभागार में प्रेस वार्ता कर जानकारी दी. उन्होंने कहा कि लंबे समय से बीएसएनएल विभाग कर्ज में डूबा है. उन्होंने बताया कि वित्तीय समस्याओं के चलते बीएसएनएल अल्मोड़ा की 5 करोड़ की देनदारी हो चुकी है. वाहन, लेबर व एएमसी के ठेकेदारों का विगत 7-8 माह से भुगतान नहीं हो पाया है.
उन्होंने बताया कि डीजल की राशि नहीं मिलने से विद्युत आपूर्ति बाधित होने से समय से मोबाइल टावर नहीं चल पा रहे हैं. लगातार खराब होती वित्तीय हालातों के चलते बीएसएनएल के अल्मोड़ा ऑफिस में कार्यरत 40-50 संविदा कर्मचारियों को हटाया जा रहा है.
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वहीं उन्होंने बताया कि जियो द्वारा लगातार बीएसएनएल की ओएफसी लाइन को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. जियो को नोटिस देने के बाद भी नुकसान की क्षतिपूर्ति नहीं की जा रही है. जिस कारण बीएसएनएल जियो के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दाखिल करेगा.