अल्मोड़ाः क्षेत्रीय पुरातत्व विभाग को सर्वे के दौरान स्याल्दे ब्लॉक के एड़ीकोट गांव में एक प्राचीन सुरंग मिली है. ये सुरंग करीब आधा किलोमीटर लंबी है. माना जा रहा है कि यह गुफा कत्यूरी शासनकाल में सुरक्षा के दृष्टि से बनाई गई थी.
बता दें कि, पुरातत्व विभाग की एक टीम इन दिनों भिकियासैंण तहसील के कई गांवों में प्राचीन धरोहरों को खोजने के लिए सर्वे अभियान चला रही है. इसी कड़ी में पुरातत्व विभाग को स्याल्दे ब्लॉक के एड़ीकोट गांव के जंगलों में एक सुरंग मिली है. यह सुरंग आधा किलोमीटर लंबी है. जो एड़ीकोट से शुरू होकर आगे खतरौन नदी तक बनी है.
क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी चंद्र सिंह चौहान के मुताबिक अल्मोड़ा का स्याल्दे क्षेत्र कत्यूरी शासन के दौरान महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है. इस क्षेत्र में कत्यूरी शासन के बनाए गए प्राचीन मंदिर आज भी मौजूद हैं. ऐसे में ये सुरंग भी उनके ही शासनकाल में बनी हो सकती है.
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उन्होंने बताया कि जिस तरीके से यह सुरंग नदी के किनारे तक बनी है और जहां से यह शुरू हो रही उसके ऊपर एक किला भी है. इससे अंदाज लगाया जा सकता है, कि तत्कालीन राजा ने सुरक्षा के दृष्टि से बनाई होगी. उनके सैनिक इस सुरंग के रास्ते नदी से पानी भी लाते होंगे.
साथ ही कहा कि इस सुरंग को संरक्षित करने और इसे पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए जल्द ही भारत सरकार और राज्य पर्यटन विभाग को प्रस्ताव भेजा जाएगा.