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पहाड़ी गिरने से NH हुआ बंद, डेढ़ इंच खिसका क्वारब पुल, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जाने वाले यात्री अब इस रूट से जाएं - अल्मोड़ा पिथौरागढ़ का रूट बदला गया

landslide on Almora Nainital National Highway उत्तराखंड में बारिश का कहर भले ही थम गया हो, लेकिन कुदरत की मार जारी है. अल्मोड़ा नैनीताल नेशनल हाईवे क्वारब पुल के पास पहाड़ी दरकने से बंद हो गया है. पुल को भी काफी नुकसान पहुंचा है. वहीं हाईवे बंद होने के कारण अब नैनीताल से अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जाने वाले वाहनों का रूट बदला गया है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 1, 2023, 2:35 PM IST

Updated : Sep 16, 2023, 12:09 PM IST

अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ का रूट डायवर्ट किया गया

अल्मोडा: पर्वतीय क्षेत्रों में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के बाद अब मौसम सामान्य है. लेकिन पहाड़ों के दरकने का सिलसिला अभी तक बंद नहीं हो पाया है. गुरुवार 31 अगस्त देर शाम अल्मोड़ा नैनीताल नेशनल हाईवे पर क्वारब पुल के पास पहाड़ दरकने से भारी मलबा आ गया. वहीं, पुल को भी क्षति पहुंची है. इस कारण नेशनल हाइवे पूरी तरह बंद हो गया है.

अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ का रूट डायवर्ट किया गया: हाईवे के बंद होने के कारण दोनों तरफ जाम की स्थिति बनी हुई है. मौके पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और गंभीर हालात को देखते हुए फिलहाल खैरना से रूट डाइवर्ट किया, जिसके तहत नैनीताल और हल्द्वानी से अल्मोड़ा की ओर आने वाले वाहन रानीखेत होते हुए अल्मोड़ा आ सकते हैं. पिथौरागढ़ जाने वाले यात्री वाहनों को भीमताल-खुटानी मार्ग से गंतव्य की ओर भेजा जा रहा है.
पढ़ें- Watch: उत्तराखंड का दिल दहलाने वाला वीडियो, बोल्डर की चपेट में आई JCB, खिलौने की तरह खाई में लुढ़की

निर्माणाधीन पुल पर भी मंडराया खतरा: क्वारब पुल जहां भारी मात्रा में मलबा आने से बंद है, तो वहीं बगल में बन रहे निर्माणाधीन पुल पर भी खतरा मंडरा रहा है. इस पुल से दिन रात लगातार वाहनों की आवाजाही रहती है, लेकिन पहाड़ी दरकने के कारण आए मलबे के कारण अब इस मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है.
पढ़ें- उत्तराखंड में मौजूद है 'गॉड ऑफ जस्टिस', नामुमकिन है इस मंदिर की घंटियों को गिनना

50 मीटर की ऊंचाई से खिसकी पहाड़ी: एनएच के अधिकारियों की मानें तो यहां हालात खतरनाक बने हुए हैं. करीब पचास मीटर की ऊंचाई से पहाड़ी खिसकी है, जबकि पहाड़ी पर अभी भी दरारें बनी हुई हैं, जिससे अभी और मलबा गिरने की आशंका है. एनएच के एई जीके पांडे की मानें तो यहां नए और पुराने दोनों पुलों को नुकसान पहुंचा है. पुराना पुल डेढ़ इंच और नया पुल मलबे के कारण करीब ढाई फीट पीछे खिसक गया है. उन्होंने बताया कि संभावित खतरे को देखते हुए पुलिस प्रशासन से पुल से वाहन एक एक कर गुजारने और जिलाधिकारी से मौके पर एक सुरक्षा कर्मी की तैनाती की मांग की गई है.
पढ़ें- सड़क हादसे में 19 साल के युवक की मौत, साथी गंभीर रूप से घायल

रिपोर्ट के आधार पर ही सुचारू होगा यातायात: अल्मोड़ा के जिलाधिकारी विनीत तोमर ने कहा कि अभी इस मार्ग पर खतरा बरकरार है. मलबे को हटाने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन इस मार्ग पर यातायात शुरू करने से पहले सिक्योरिटी टीम मौके का निरीक्षण करेगी. टीम की रिपोर्ट के आधार पर ही यातायात सुचारू करने के संबंध में कार्रवाई की जाएगी.

अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ का रूट डायवर्ट किया गया

अल्मोडा: पर्वतीय क्षेत्रों में पिछले दिनों हुई भारी बारिश के बाद अब मौसम सामान्य है. लेकिन पहाड़ों के दरकने का सिलसिला अभी तक बंद नहीं हो पाया है. गुरुवार 31 अगस्त देर शाम अल्मोड़ा नैनीताल नेशनल हाईवे पर क्वारब पुल के पास पहाड़ दरकने से भारी मलबा आ गया. वहीं, पुल को भी क्षति पहुंची है. इस कारण नेशनल हाइवे पूरी तरह बंद हो गया है.

अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ का रूट डायवर्ट किया गया: हाईवे के बंद होने के कारण दोनों तरफ जाम की स्थिति बनी हुई है. मौके पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारी पहुंचे और गंभीर हालात को देखते हुए फिलहाल खैरना से रूट डाइवर्ट किया, जिसके तहत नैनीताल और हल्द्वानी से अल्मोड़ा की ओर आने वाले वाहन रानीखेत होते हुए अल्मोड़ा आ सकते हैं. पिथौरागढ़ जाने वाले यात्री वाहनों को भीमताल-खुटानी मार्ग से गंतव्य की ओर भेजा जा रहा है.
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निर्माणाधीन पुल पर भी मंडराया खतरा: क्वारब पुल जहां भारी मात्रा में मलबा आने से बंद है, तो वहीं बगल में बन रहे निर्माणाधीन पुल पर भी खतरा मंडरा रहा है. इस पुल से दिन रात लगातार वाहनों की आवाजाही रहती है, लेकिन पहाड़ी दरकने के कारण आए मलबे के कारण अब इस मार्ग पर आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है.
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50 मीटर की ऊंचाई से खिसकी पहाड़ी: एनएच के अधिकारियों की मानें तो यहां हालात खतरनाक बने हुए हैं. करीब पचास मीटर की ऊंचाई से पहाड़ी खिसकी है, जबकि पहाड़ी पर अभी भी दरारें बनी हुई हैं, जिससे अभी और मलबा गिरने की आशंका है. एनएच के एई जीके पांडे की मानें तो यहां नए और पुराने दोनों पुलों को नुकसान पहुंचा है. पुराना पुल डेढ़ इंच और नया पुल मलबे के कारण करीब ढाई फीट पीछे खिसक गया है. उन्होंने बताया कि संभावित खतरे को देखते हुए पुलिस प्रशासन से पुल से वाहन एक एक कर गुजारने और जिलाधिकारी से मौके पर एक सुरक्षा कर्मी की तैनाती की मांग की गई है.
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रिपोर्ट के आधार पर ही सुचारू होगा यातायात: अल्मोड़ा के जिलाधिकारी विनीत तोमर ने कहा कि अभी इस मार्ग पर खतरा बरकरार है. मलबे को हटाने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन इस मार्ग पर यातायात शुरू करने से पहले सिक्योरिटी टीम मौके का निरीक्षण करेगी. टीम की रिपोर्ट के आधार पर ही यातायात सुचारू करने के संबंध में कार्रवाई की जाएगी.

Last Updated : Sep 16, 2023, 12:09 PM IST

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