अल्मोड़ा: अरूणाचल प्रदेश में ई एक्सक्यूटिव इंजीनियर पद पर कार्यरत अल्मोड़ा की भावना ने बड़ी सफलता हासिल की है. भावना जोशी ने तीसरी बार भारतीय इंजीनियरिंग सर्विस परीक्षा में सफलता प्राप्त की है. भावना जोशी ने देश में 57वीं रैंक हासिल की है. भावना जोशी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया.
अल्मोड़ा नगर के पश्चिमी पोखरखाली की रहने वाली भावना जोशी की प्रारंभिक शिक्षा अल्मोड़ा के शिशु मंदिर जीवनधाम से हुई. वह विवेकानंद इंटर कालेज से उत्तराखंड की इंटर बोर्ड परीक्षा में टॉप टेन में शामिल रहीं. इसके बाद इन्होंने पंतनगर से बी-टेक एवं आईआईटी दिल्ली से एम-टेक किया. भावना ने 2018 और 2019 में भी आईईएस की परीक्षा पास कर चुकी हैं. उनके पिता किशन मोहन जोशी सिंचाई विभाग से ई सेवानिवृत्त हैं. भावना जोशी की मां भारती जोशी गृहिणी हैं.
वर्तमान में भावना बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन में असिस्टेंट एक्जीक्यूटिव सिविल इंजीनियर हैं. वर्ष 2021 में उत्तराखंड के जोशीमठ के मलारी सेक्टर में ग्लेशियर लेक फटने के कारण रैणी पुल के टूट जाने से इंडो-चाइना बॉर्डर रोड सहित आसपास के कुल 13 गांव का संपर्क टूट गया था. तब भावना ने 26 दिनों में दिन रात मेहनत कर ब्रिज को बनाया. बॉर्डर रोड को दुरुस्त कर दोबारा परिगमन के लिए शुरू करवाया था. जिसके लिए वह अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर सम्मानित भी हो चुकीं हैं. आज उनकी इस सफलता पर क्षेत्र में खुशी की लहर है. उनकी इस सफलता पर नगर के राघवेंद्र पंत, अशोक पांडे, संजय जोशी, भुवन जोशी, शैलू पांडे, महेंद्र बिष्ट, शेखर पांडे, सुमन, सौम्या सहित उनके परिजनों ने हर्ष व्यक्त कर उन्हें शुभकामनाएं दी हैं.