अल्मोड़ाः केंद्र सरकार आम लोगों के स्वास्थ्य खतरों को ध्यान में रखते हुए अगले महीने से मिठाई के दुकानों को लेकर नए नियम लागू करने जा रही है. इस नए नियम के तहत अब मिठाई विक्रेताओं को ट्रे या फिर डिब्बों में बेचने के लिए रखी गई मिठाइयों पर उनके उत्पादन और एक्सपायरी की जानकारी अंकित करना होगा. जिस पर देश-दुनिया में प्रसिद्ध अल्मोड़ा के बाल मिठाई विक्रेताओं ने अपनी राय दी है.
अल्मोड़ा के माल रोड पर बाल मिठाई के दुकानदार बृजेश कश्यप का कहना है बाल मिठाई सबसे लंबे अवधि तक चलने वाली मिठाई है. यह मिठाई असली खोए से बनी होती है, खोए को काफी समय तक हल्की आंच में पकाया जाता है. जिससे घोटने के बाद आखिरकार बाल मिठाई व चॉकलेट मिठाई तैयार होती है.
जो निर्माण के बाद हफ्तेभर से ज्यादा समय तक खाने के लिए सुरक्षित होती है. हालांकि, बाल मिठाई के अलावा अल्मोड़ा में खोए से बनने वाले सिंगोड़ी, लड्डू ज्यादा समय तक नहीं चल पाते हैं, वो 2 दिनों तक ही खाने के योग्य होते हैं.
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अल्मोड़ा में कोरोना के कारण बाल मिठाई के कारोबारियों को काफी नुकसान हुआ है. पर्यटकों की आवक खत्म होने से आज बाल मिठाई के दुकानों में सूनापन छाया हुआ है. जिस कारण कई बाल मिठाई के दुकानदार अब मिठाई को छोड़कर सब्जी या अन्य व्यवसाय करने को मजबूर हैं.