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अल्मोड़ा में 'तीसरी आंखों' को लगा गृहण, 41 में से केवल 10 CCTV कैमरे ही काम कर रहे

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Published : Dec 23, 2019, 2:20 PM IST

अल्मोड़ा के भीड़भाड़ वाले इलाकों में लगभग 41 कैमरे लगवाए गए थे, लेकिन वर्तमान में कुछ ही कैमरे काम कर रहे हैं. जिला प्रशासन से कई बार मामले की गुहार लगाई, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है.

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खराब सीसीटीवी कैमरों से कैसे होगी निगरानी

अल्मोड़ा: सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में सुरक्षा की दृष्टि से कुछ समय पूर्व सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, वर्तमान में अधिकांश खराब चल रहे हैं. ऐसे में आपराधिक गतिविधियों की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. शहर में 41 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, लेकिन कई कैमरे खराब हो चुके हैं.

सीसीटीवी कैमरे खराब हुए.

न तो इसकी फिक्र स्थानीय विधायक को है, न ही जिला प्रशासन और न ही नगर पालिका को, जिसके कारण यहां चोरी सहित अनेक आपराधिक घटनाओं पर नजर रखना मुश्किल है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि इस संबंध में कई बार लिखित और मौखिक रूप से प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन जिम्मेदारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है.

बता दें कि शहर में कांग्रेस सरकार के समय विधायक मनोज तिवारी ने अपनी विधायक निधि से 35 लाख के सीसीटीवी कैमरे शहर के विभिन्न स्थानों में लगवाए थे, लेकिन आज हालात ये हैं कि इसमें से अधिकांश कैमरे खराब हैं. वहीं, स्थानीय निवासी इन कैमरों को ठीक कराये जाने की मांग प्रशासन से पिछले कई दिनों से करते आ रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अफसर के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. साथ ही नगर पालिका भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.

ये भी पढ़ें: भारत में पहली बार हुआ स्नो-शूइंग गेम्स का आयोजन, औली में व्यवसायियों के खिले चेहरे

स्थानीय नागरिक मनोज पंवार का कहना है कि 41 कैमरों में से सिर्फ 10 सीसीटीवी कैमरे ही काम कर रहे हैं. बाकी सभी कैमरे खराब चल रहे है, जिसकी सुध न तो जिला प्रशासन ले रहा है और न ही नगर पालिका. ऐसे में अगर कोई अप्रिय घटना घटती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और नगर पालिका की होगी.

अल्मोड़ा: सांस्कृतिक नगरी अल्मोड़ा में सुरक्षा की दृष्टि से कुछ समय पूर्व सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, वर्तमान में अधिकांश खराब चल रहे हैं. ऐसे में आपराधिक गतिविधियों की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. शहर में 41 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, लेकिन कई कैमरे खराब हो चुके हैं.

सीसीटीवी कैमरे खराब हुए.

न तो इसकी फिक्र स्थानीय विधायक को है, न ही जिला प्रशासन और न ही नगर पालिका को, जिसके कारण यहां चोरी सहित अनेक आपराधिक घटनाओं पर नजर रखना मुश्किल है. वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि इस संबंध में कई बार लिखित और मौखिक रूप से प्रशासन को अवगत कराया गया, लेकिन जिम्मेदारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है.

बता दें कि शहर में कांग्रेस सरकार के समय विधायक मनोज तिवारी ने अपनी विधायक निधि से 35 लाख के सीसीटीवी कैमरे शहर के विभिन्न स्थानों में लगवाए थे, लेकिन आज हालात ये हैं कि इसमें से अधिकांश कैमरे खराब हैं. वहीं, स्थानीय निवासी इन कैमरों को ठीक कराये जाने की मांग प्रशासन से पिछले कई दिनों से करते आ रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अफसर के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. साथ ही नगर पालिका भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.

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स्थानीय नागरिक मनोज पंवार का कहना है कि 41 कैमरों में से सिर्फ 10 सीसीटीवी कैमरे ही काम कर रहे हैं. बाकी सभी कैमरे खराब चल रहे है, जिसकी सुध न तो जिला प्रशासन ले रहा है और न ही नगर पालिका. ऐसे में अगर कोई अप्रिय घटना घटती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और नगर पालिका की होगी.

Intro:
सुरक्षा की दृष्टि से अल्मोड़ा नगर की निगरानी के​ लिये लगाये गये 41 सीसीटीवी कैमरों में से अधिकांश कैमरे खराब चल रहे हैं। लेकिन इसकी सुध न तो स्थानीय विधायक को है और न ही जिलाप्रशासन और पालिका प्रशासन को। जिस कारण शहर में चोरी समेत आपराधिक घटनाओं पर नज़र रखना मुश्किल कार्य है। विपक्षी कांग्रेस ने नगर की सुरक्षा को लेकर बीजेपी के विधायक और जिला प्रशासन पर सवाल उठाते हुए जल्द से जल्द सीसीटीवी कैमरों को दुरस्त करने की मांग की है।

Body:बतादे कि नगर में सुरक्षा की पिछली कांग्रेस सरकार के समय तत्कालीन विधायक मनोज तिवारी ने अपनी विधायक निधि से 35 लाख रुपये में नगर के विभिन्न स्थानों में 41 सीसीटीवी कैमरे लगाए। लेकिन हालत यह है कि इसमें से अधिकांश सीसीटीवी कैमरे आज खराब चल रहे है। नगरवासी इन कैमरों को ठीक कराये जाने की मांग करते आ रहे है लेकिन इन्हे ठीक नही कराया गया है। कैमरों के रखरखाव का जिम्मा नगर पालिका को दिया गया था। लेकिन पिछले दो सालों में पालिका के अधिकारियों ने इन सीसीटीवी कैमरों के रखरखाव के लिए कोई कार्रवाई नहीं की। पालिका के अधिकारियों की लापरवाही के चलते जिस ठेकेदार को कैमरों के रखरखाव का जिम्मा दिया गया था। उसने भी इस काम से पल्ला झाड़ लिया। परिणाम नगर के दस महत्वपूर्ण जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे पिछले लंबे समय से बंद हैं।
अल्मोड़ा के पूर्व कांग्रेस विधायक मनोज तिवारी का कहना है कि नगर की सुरक्षा के लिए उन्होंने अपने विधायक निधि से नगर के कई स्थानों में 41 सीसीटीवी कैमरे लगाए लेकिन आज अधिकांश कैमरे बंद है जिसके लिए मौजूदा सरकार और उनके स्थानीय विधायक और जिलाप्रशासन जिम्मेदार है। उन्होंने आज तक इन कैमरों की कोई सुध नही ली जिस कारण शहर में आपराधिक गतिविधियों पर नज़र रखना मुश्किल बन गया है। उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द कैमरे ठीक करवाये जाय।
वही एसएसपी पी एन मीणा का कहना है कि पूर्व में नगर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे जिससे पुलिस को काफी सहायता मिलती थी लेकिन मेंटिनेंस नही होने के कारण कई कैमरे खराब चल रहे है।नगर पालिका और जिलाप्रशासन के साथ बैठक कर इसके मेंटिनेंस को लेकर बात की जाएगी।
वही स्थानीय नागरिक मनोज पंवार का कहना है कि 41 कैमरों में से आज सिर्फ 10 ही सीसीटीवी कैमरे चल रहे हैं बाकि सब खराब चल रहे है जिसकी सुध कोई नही ले रहा।अगर शहर में कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसका जिम्मेदार पालिका और जिला प्रशासन होगा।


बाइट मनोज तिवारी , पूर्व विधायक (क्रमशः)
बाइट पीएन मीणा, एसएसपी
बाइट मनोज पंवार, स्थानीयConclusion:
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