रानीखेत: कुमाऊं रेजिमेंट केंद्र के ऐतिहासिक सोमनाथ मैदान में शनिवार को आयोजित पासिंग आउट परेड (पीओपी) के बाद 282 अग्निवीर भारतीय सेना का हिस्सा बने. इन सभी जवानों को कुमाऊं और नागा रेजिमेंट की विभिन्न बटालियन में तैनात किया जाएगा. पीओपी के बाद प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को सम्मानित किया गया.
शनिवार को अल्मोड़ा जिले के कुमाऊं रेजीमेंट केंद्र के सोमनाथ मैदान में आयोजित समारोह में 282अग्निवीरों को कठिन प्रशिक्षण के बाद भारतीय सेना में शामिल किया गया. सैनिकों ने गर्व और समर्पण के साथ देश की सेवा करने और भारतीय सेना के मूल्यों को बनाए रखने की शपथ ली. मुख्य अतिथि ब्रिगेडियर गौरव बग्गा कमांडेंट कुमाऊं रेजीमेंट केंद्र ने परेड की सलामी ली. परेड का नेतृत्व अग्निवीर संजय नेगी द्वारा किया गया और परेड अधिकारी कप्तान अरविंद सिंह रहे. मुख्य अतिथि से पहले परेड ने कर्नल विक्रमजीत सिंह सेना मेडल, प्रशिक्षण बटालियन कमांडर और डिप्टी कमांडेंट कर्नल सुनील कटारिया ने सलामी ली.
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मुख्य अतिथि कुमाऊं रेजीमेंट के ब्रिगेडियर गौरव बग्गा ने नए अग्निवीरों को संबोधित करते हुए उन्हें और उनके अभिभावकों को हार्दिक बधाई दी. उन्होंने हर अग्निवीर को सत्य निष्ठा कर्मठता से देश सेवा करने का आह्वान किया और भरोसा जताया कि सभी अग्निवीर अपनी जिम्मेदारी में सफल होंगे. उन्होंने सभी को पलटन, रेजीमेंट सेना और देश का नाम रोशन करने के लिए प्रोत्साहित किया.
परेड में अपने बैच का सर्वश्रेष्ठ अग्निवीर का पदक अग्निवीर संजय नेगी ने प्राप्त किया. इनके अलावा अग्निवीर विपिन चंद्र जोशी, संदीप सिंह, राहुल यादव और नामोजम रोशन मेतई ने विभिन्न पदक प्राप्त किए. विभिन्न प्रशिक्षण प्रतियोगिताओं के पदक विजेताओं को मुख्य अतिथि के द्वारा सम्मानित किया गया. 7 महीने के कठिन परिश्रम और प्रशिक्षण के बाद अग्निवीर बने इन नौजवानों को कुमाऊं और नागा रेजीमेंट के विभिन्न बटालियन में भेजा जाएगा जहां अग्निवीर देश सेवा का भार संभालेंगे.