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Ballistic Missile Prithvi II का सफल परीक्षण, DRDO ने किया विकसित - Ballistic Missile Prithvi II Successful Launch

रक्षा अनुसंधआन एवं विकास संगठन की ओर से विकसित स्वदेशी Ballistic Missile Prithvi II का इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज चांदीपुर, ओडिशा (Integrated Test Range Chandipur) से सफल परीक्षण किया गया है. यह भारतीय परमाणु रक्षा प्रणाली का अभिन्न अंग है. पढ़ें पूर खबर..

Ballistic Missile Prithvi II
लिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-2
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Published : Jan 11, 2023, 7:27 AM IST

नई दिल्लीः कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल, पृथ्वी-2 का मंगलवार को ओडिशा तट के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से सफल ट्रेनिंग लांच (Short Range Ballistic Missile Prithvi II Successful Launch) किया गया. रक्षा मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई. परीक्षण के दौरान मिसाइल ने अपने टारगेट पर सटीक निशाना लगाया. रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि मिसाइल के सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों को सफलतापूर्वक काम किया.

Prithvi-II देश के परमाणु रक्षा प्रणाली का एक अभिन्न अंग है. इससे पहले 2022 दिसंबर में 5,000 किलोमीटर तक के दायरे में लक्ष्य भेदने में सक्षम अग्नि-5 परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का रात के समय सफल परीक्षण किया गया था. परीक्षण ओडिशा में भी किया गया था और परीक्षण के परिणामों के आधार पर मिसाइल की रेंज को और बढ़ाया जा सकता है. मिसाइल में नए उपकरण और अधिक उन्नत तकनीक सुनिश्चित करने के लिए अग्नि 5 का परीक्षण किया गया था. परीक्षण की गई अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल (Agni-5 ballistic missile) पहले से हल्की थी.
बता दें कि रक्षा अनुसंधआन एवं विकास संगठन (DRDO) ने पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल को स्वदेशी तकनीक से तैयार किया है. पृथ्वी-2 की मारक क्षमता 350 किलोमीटर है. यह सतह से सतह पर 350 किलोमीटर तक अपने लक्ष्य पर सटीक निशाना लगा सकता है. मिशाइल में एडवांस गाइडेंस सिस्टम का उपयोग किया गया है, जो अपने लक्ष्य को आसानी से मार गिरा सकता है. पृथ्वी-2 तरल और ठोस दोनों प्रकार के ईंधन का उपयोग किया जा सकता है. पृथ्वी मिसाइल भारतीय सेना के पास 2003 से है. इस लंबाई 9 मीटर है. पृथ्वी DRDO की ओर से तैयार पहली मिसाइल है, जिसे लगातार अपडेट किया जा रहा है.
(आईएएनएस)

नई दिल्लीः कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल, पृथ्वी-2 का मंगलवार को ओडिशा तट के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से सफल ट्रेनिंग लांच (Short Range Ballistic Missile Prithvi II Successful Launch) किया गया. रक्षा मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई. परीक्षण के दौरान मिसाइल ने अपने टारगेट पर सटीक निशाना लगाया. रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि मिसाइल के सभी परिचालन और तकनीकी मापदंडों को सफलतापूर्वक काम किया.

Prithvi-II देश के परमाणु रक्षा प्रणाली का एक अभिन्न अंग है. इससे पहले 2022 दिसंबर में 5,000 किलोमीटर तक के दायरे में लक्ष्य भेदने में सक्षम अग्नि-5 परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल का रात के समय सफल परीक्षण किया गया था. परीक्षण ओडिशा में भी किया गया था और परीक्षण के परिणामों के आधार पर मिसाइल की रेंज को और बढ़ाया जा सकता है. मिसाइल में नए उपकरण और अधिक उन्नत तकनीक सुनिश्चित करने के लिए अग्नि 5 का परीक्षण किया गया था. परीक्षण की गई अग्नि-5 बैलिस्टिक मिसाइल (Agni-5 ballistic missile) पहले से हल्की थी.
बता दें कि रक्षा अनुसंधआन एवं विकास संगठन (DRDO) ने पृथ्वी-2 बैलिस्टिक मिसाइल को स्वदेशी तकनीक से तैयार किया है. पृथ्वी-2 की मारक क्षमता 350 किलोमीटर है. यह सतह से सतह पर 350 किलोमीटर तक अपने लक्ष्य पर सटीक निशाना लगा सकता है. मिशाइल में एडवांस गाइडेंस सिस्टम का उपयोग किया गया है, जो अपने लक्ष्य को आसानी से मार गिरा सकता है. पृथ्वी-2 तरल और ठोस दोनों प्रकार के ईंधन का उपयोग किया जा सकता है. पृथ्वी मिसाइल भारतीय सेना के पास 2003 से है. इस लंबाई 9 मीटर है. पृथ्वी DRDO की ओर से तैयार पहली मिसाइल है, जिसे लगातार अपडेट किया जा रहा है.
(आईएएनएस)

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