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शरीफ को इलाज के लिए ब्रिटेन जाने देना एक गलती थी : इमरान खान - Punjab Health Minister Yasmin Rashid

नवाज शरीफ ने कानून व्यवस्था का पालन करने के अपने इतिहास का हवाला देते हुए अदालत में हलफनामा दायर किया था और कहा था कि वह चार सप्ताह के भीतर या डॉक्टरों द्वारा स्वस्थ घोषित किए जाने पर पाकिस्तान लौट आएंगे.

शरीफ के स्वास्थ्य को लेकर चर्चा शुरू
शरीफ के स्वास्थ्य को लेकर चर्चा शुरू
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Published : Aug 28, 2020, 9:56 PM IST

इस्लामाबादः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को देश छोड़ने और उपचार के लिए ब्रिटेन जाने की अनुमति देना एक 'गलती' थी और उनकी (खान) सरकार को इस फैसले पर 'अफसोस' है.

लाहौर उच्च न्यायालय ने शरीफ को उपचार के लिए चार सप्ताह के लिए विदेश जाने की अनुमति दी थी, जिसके बाद उन्हें पिछले साल नवंबर में लंदन जाने की इजाजत दी गई थी.

शरीफ ने कानून व्यवस्था का पालन करने के अपने इतिहास का हवाला देते हुए अदालत में हलफनामा दायर किया था और कहा था कि वह चार सप्ताह के भीतर या डॉक्टरों द्वारा स्वस्थ घोषित किए जाने पर पाकिस्तान लौट आएंगे.

एक न्यूज चैनल को गुरुवार को दिए साक्षात्कार में खान ने कहा कि शरीफ को पाकिस्तान जाने की अनुमति देना उनकी एक 'गलती' थी. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को शरीफ पर से पाबंदियां हटाने का 'अफसोस' है.

खान ने कहा, 'अब मैं शर्मिंदा हूं. अब उन्होंने (शरीफ) वहां से भी राजनीति करनी शुरू कर दी है और जब आप उन्हें देखेंगे तो लगेगा जैसे उनके साथ कुछ हुआ ही नहीं है.'

मई में सोशल मीडिया पर शरीफ की एक ताजा तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें वह लंदन के एक कैफे में अपने परिवार के साथ चाय पीते नजर आ रहे हैं.

इस तस्वीर के वायरल होने के बाद शरीफ के स्वास्थ्य को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी और सत्ताधारी दल तहरीक-ए-इंसाफ के सदस्यों ने उन्हें वापस पाकिस्तान लाकर भ्रष्टाचार के मामला चलाने की मांग उठाई थी.

पिछले सप्ताह शरीफ की कुछ और तस्वीरें सामने आईं, जिसमें वह सड़क पर चलते दिख रहे हैं.

इसके बाद सरकार को कड़ी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा और लोगों ने शरीफ को वापस लाने की मांग की है.

खान ने कहा कि शरीफ को रोग प्रतिरोधक तंत्र में बीमारी की शिकायत थी और मंत्रिमंडल में उनकी बीमारी पर चर्चा की गई थी और उन्हें इलाज के लिए जाने की इजाजत देने का निर्णय लिया गया था.

यह भी पढ़ें - पाकिस्तान ने नहीं दी कुलभूषण के लिए भारतीय वकील की अनुमति

खान ने कहा कि अदालत ने भी यह कहा था कि यदि शरीफ को कुछ हो गया तो इसकी जिम्मेदार सरकार होगी.

प्रधानमंत्री ने कहा कि शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ ने सात अरब रुपये के क्षतिपूर्ति बांड जमा किए थे और वचन दिया था कि उनके भाई वापस आएंगे.

खान ने कहा, 'हम जो कर सकते थे हमने किया लेकिन हमें यह बताया गया था कि यदि हमने कुछ नहीं किया तो नवाज की मौत हो जाएगी. हम से कहा गया था कि अगर नवाज को कुछ हो गया तो उसके जिम्मेदार हम होंगे. इसलिए हमने अच्छी नीयत से उन्हें जाने दिया.'

यह पूछे जाने पर कि क्या इस बात की जांच की जाएगी कि शरीफ ने अपने स्वास्थ्य संबंधी 'फर्जी' रिपोर्ट प्रस्तुत की, खान ने कहा कि वह इस संबंध में पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री यास्मीन राशिद के संपर्क में हैं.

इस्लामाबादः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को देश छोड़ने और उपचार के लिए ब्रिटेन जाने की अनुमति देना एक 'गलती' थी और उनकी (खान) सरकार को इस फैसले पर 'अफसोस' है.

लाहौर उच्च न्यायालय ने शरीफ को उपचार के लिए चार सप्ताह के लिए विदेश जाने की अनुमति दी थी, जिसके बाद उन्हें पिछले साल नवंबर में लंदन जाने की इजाजत दी गई थी.

शरीफ ने कानून व्यवस्था का पालन करने के अपने इतिहास का हवाला देते हुए अदालत में हलफनामा दायर किया था और कहा था कि वह चार सप्ताह के भीतर या डॉक्टरों द्वारा स्वस्थ घोषित किए जाने पर पाकिस्तान लौट आएंगे.

एक न्यूज चैनल को गुरुवार को दिए साक्षात्कार में खान ने कहा कि शरीफ को पाकिस्तान जाने की अनुमति देना उनकी एक 'गलती' थी. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को शरीफ पर से पाबंदियां हटाने का 'अफसोस' है.

खान ने कहा, 'अब मैं शर्मिंदा हूं. अब उन्होंने (शरीफ) वहां से भी राजनीति करनी शुरू कर दी है और जब आप उन्हें देखेंगे तो लगेगा जैसे उनके साथ कुछ हुआ ही नहीं है.'

मई में सोशल मीडिया पर शरीफ की एक ताजा तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें वह लंदन के एक कैफे में अपने परिवार के साथ चाय पीते नजर आ रहे हैं.

इस तस्वीर के वायरल होने के बाद शरीफ के स्वास्थ्य को लेकर चर्चा शुरू हो गई थी और सत्ताधारी दल तहरीक-ए-इंसाफ के सदस्यों ने उन्हें वापस पाकिस्तान लाकर भ्रष्टाचार के मामला चलाने की मांग उठाई थी.

पिछले सप्ताह शरीफ की कुछ और तस्वीरें सामने आईं, जिसमें वह सड़क पर चलते दिख रहे हैं.

इसके बाद सरकार को कड़ी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा और लोगों ने शरीफ को वापस लाने की मांग की है.

खान ने कहा कि शरीफ को रोग प्रतिरोधक तंत्र में बीमारी की शिकायत थी और मंत्रिमंडल में उनकी बीमारी पर चर्चा की गई थी और उन्हें इलाज के लिए जाने की इजाजत देने का निर्णय लिया गया था.

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खान ने कहा कि अदालत ने भी यह कहा था कि यदि शरीफ को कुछ हो गया तो इसकी जिम्मेदार सरकार होगी.

प्रधानमंत्री ने कहा कि शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ ने सात अरब रुपये के क्षतिपूर्ति बांड जमा किए थे और वचन दिया था कि उनके भाई वापस आएंगे.

खान ने कहा, 'हम जो कर सकते थे हमने किया लेकिन हमें यह बताया गया था कि यदि हमने कुछ नहीं किया तो नवाज की मौत हो जाएगी. हम से कहा गया था कि अगर नवाज को कुछ हो गया तो उसके जिम्मेदार हम होंगे. इसलिए हमने अच्छी नीयत से उन्हें जाने दिया.'

यह पूछे जाने पर कि क्या इस बात की जांच की जाएगी कि शरीफ ने अपने स्वास्थ्य संबंधी 'फर्जी' रिपोर्ट प्रस्तुत की, खान ने कहा कि वह इस संबंध में पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री यास्मीन राशिद के संपर्क में हैं.

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