रुद्रपुर: साल 2018 में कराई गई सहायक अध्यापक व कनिष्क/डाटा ऑपरेटर की परीक्षा में धांधली का मामला सामने आया है. इस परीक्षा में आयोग ने जिले के 22 अभ्यर्थियों का चयन किया था. आयोग ने परीक्षा के परिणामों पर रोक लगाते हुए रुद्रपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है. जिस पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा साल 2018 में सहायक अध्यापक व कनिष्क सहायक/डाटा एंट्री ऑपरेटर की लिखित परीक्षा कराई गई थी. जिसमें लिखित परीक्षा की ओएमआर सीट की स्कैनिंग के दौरान धांधली सामने आई है. जिसके बाद आयोग ने मामले में बैठक कर देहरादून में अज्ञात गैंग के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमा दर्ज होने के बाद मामले को उधम सिंह नगर की रुद्रपुर कोतवाली को ट्रांसफर कर दिया गया था.
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गुरुवार को रुद्रपुर पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है. आयोग के अधिकारी राजन नैथानी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. तहरीर के अनुसार लिखित परीक्षा की ओएमआर की स्कैनिंग में पाया गया था कि जिले के 22 अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन के समय एक ही ई मेल आईडी अंकित की गई थी. आयोग की जांच के दौरान पता चला कि अभ्यर्थियों की जगह दूसरे अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में बैठे थे. जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ. सभी 22 अभ्यर्थियों के परिणाम पर चयन आयोग ने रोक लगा दी है.
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ममाले की जानकारी देते हुए एसएसपी देवेंद्र पिंचा ने बताया कि चयन आयोग की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. उन्होंने कहा कि मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
क्या था मामला
21 जनवरी 2018 को 18 सहायक अध्यापकों की लिखित परीक्षा हुई थी. इसके अलावा 8 मई को कनिष्ठ सहायक / डाटा एंट्री ऑपरेटरों की परीक्षा हुई थी. जिसके बाद लिखित परीक्षा की ओएमआर सीट की स्कैनिंग के दौरान धांधली सामने आई थी. अगस्त 2018 में इस मामले में देहरादून के रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसके बाद मुकदमे को रुद्रपुर ट्रांसफर किया गया. अब इस मामले में परीक्षा परिणामों पर रोक लगाते हुए जांच शुरू कर दी गई है.