देहरादून: यूपी और उत्तराखंड से सटे रुड़की के भगवानपुर थाना क्षेत्र के बालूपुर गांव में तेरहवीं के कार्यक्रम में कच्ची शराब पीने से अबतक हुई 37 मौतों पर आबकारी मंत्री ने बड़ा एक्शन लिया है. मंत्री प्रकाश पंत ने आबकारी निरीक्षक समेत 13 अधिकारियों को निलंबित करते हुये पूरी घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिये हैं.
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प्रमुख सचिव आनंद वर्द्धन ने बताया कि सम्बंधित क्षेत्र के आबकारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह, डिप्टी एक्ससाइज इंस्पेक्टर सहित 13 अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. डीएम, एसएसपी और आबकारी विभाग के तमाम अभिकरियों को मौके पर भेजा गया है. साथ ही वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम को उसी जगह पर कैंप और जांच के लिए नियुक्त किया है.
शराब प्रकरण में इन 13 अधिकारियों पर गिरी गाज-
- आबकारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह
- प्रधान आबकारी सिपाही महेश चंद्र पन्त
- प्रधान आबकारी सिपाही जगमोहन सेठी
- प्रधान आबकारी सिपाही अजब सिंह
- आबकारी सिपाही प्रमिल कुमार, अनुरानी, सृष्टि यादव
- आबकारी निरीक्षक दर्शन सिंह
- उप आबकारी निरीक्षक लाखीराम सकलानी
- प्रधान आबकारी सिपाही विनोद सिंह
- आबकारी सिपाही प्रमोद कुमार, अंजू गिरी और पूजा देवी को किया गया निलम्बित
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वहीं, शराब कांड के बाद आनन-फानन में आबकारी के आला अधिकारियों की बैठक बुलाई गयी है. प्रमुख सचिव आनंद वर्द्धन ने आबकारी अधिकारियों को बैठक में सख्त निर्देश देते हुये सभी अधिकारियों को अलर्ट किया है. साफ कहा गया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न दोहराई जाएं.
बता दें कि बुधवार को बालुवाला गांव में तेरहवीं के एक कार्यक्रम में आसपास के गांव के लोग शामिल होने पहुंचे थे. कई लोग सहारनपुर से भी पहुंचे थे. इस दौरान मेहमानों को कच्ची शराब परोसी गयी थी. बुधवार देर रात सभी लोग अपने घर लौट गए. गुरुवार सुबह से शराब पीने वाले अधिकतर लोगों की हालात बिगड़ गई, जिन्हें आनन-फानन में रुड़की और सहारनपुर के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान अबतक 20 लोगों ने दम तोड़ दिया है और लगभग एक दर्जन लोगों का अभी अस्पतालों में उपचार चल रहा है.
घटना के बाद बड़ी संख्या में लोगों का हुजूम रुड़की सिविल अस्पताल पर इकट्ठा हो गया. सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस फोर्स लगाया गया. लोगों में आबकारी विभाग के खिलाफ भारी रोष बना हुआ है.