ऋषिकेश: यमकेश्वर के स्वर्गाश्रम जोंक क्षेत्र में गीता भवन आयुर्वेद संस्थान के कर्मचारियों ने पानी की टंकी पर चढ़कर जमकर हंगामा किया. सूचना मिलने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया. क्षेत्र के तमाम नेता और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची. कर्मचारियों से नीचे उतरने के लिए कहा गया, लेकिन वे तैयार नहीं हुए. आरोप है कि संस्थान ने उन्हें बेवजह नौकरी से निकाल दिया है. एक साल से तनख्वाह भी नहीं दी है. जिसके कारण इन्होंने ये कदम उठाया है.
शुक्रवार को स्वर्गाश्रम जोंक क्षेत्र में एक पानी की टंकी पर गीता भवन आयुर्वेद संस्थान के कर्मचारी चढ़ गए. हंगामा करते हुए गीता भवन प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन करने लगे. इनमें से कुछ कर्मचारी ऊपर से कूदकर जान देने की धमकी देते हुए भी दिखाई दिए. सूचना मिलने के बाद पुलिस प्रशासन और स्थानीय नेता आनन-फानन में मौके पर पहुंचे.
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सभी ने कर्मचारियों को वार्ता के लिए नीचे बुलाने की बात कही. मगर कर्मचारी पानी की टंकी से नीचे उतरने को तैयार नहीं हुए. कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि गीता भवन आयुर्वेद संस्थान को हरिद्वार स्थित सिडकुल एरिया में शिफ्ट कर दिया गया है. कुछ कर्मचारियों को नौकरी से इस दौरान निकाल दिया है. अब उन्हें गीता भवन में आवंटित कमरे भी खाली करने के लिए नोटिस दिए जा रहे हैं.
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आरोप है कि संस्थान ने उनकी एक साल से तनख्वाह भी रोक रखी है. ऐसे में उनके सामने सुसाइड करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है. कई कर्मचारियों के बीवी और बच्चे भी रिश्ते-नाते तोड़ कर जा चुके हैं. खबर लिखे जाने तक पुलिस प्रशासन कर्मचारियों को टंकी से नीचे उतारने के लिए वार्ता में लगा था. फिलहाल कर्मचारी नीचे उतरने के लिए अभी तैयार नहीं हैं. वहीं, कुछ नेता भी कर्मचारियों के समर्थन में पुलिस से बहस करते हुए नजर आए हैं.