ऋषिकेश: ऋषिकेश के प्राचीन लक्ष्मण झूला ब्रिज पर प्रशासन ने दुपहिया वाहनों के आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. वहीं पैदल यात्रियों की आवाजाही के लिए ये पुल अभी भी खुला है. ब्रिज के दोनों ओर पुलिस के जवानों की तैनाती के साथ ही बैरिकेडिंग लगाई गई है, ताकि कोई भी दुपहिया वाहन ब्रिज पर न जा सके.
लोक निर्माण विभाग सर्वे रिपोर्ट आने के बाद 12 जुलाई को अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने तत्काल प्रभाव से लक्ष्मण झूला ब्रिज बंद करने के आदेश दिये थे. जिसके बाद से लगातार स्थानीय व्यापारियों व जनप्रतिनिधियों ने इसके खिलाफ मोर्चा खोलते हुए 2 दिनों तक आंदोलन किया. जिसके बाद इस मामले में उच्चस्तरीय अधिकारियों ने बैठक की. जिसके बाद ब्रिज को पूर्ण रूप से बंद न करने की बजाय सिर्फ दुपहिया वाहनों के लिए बंद किया गया है. इस पुल पर पैदल चलने वालों छूट दी गई.
शनिवार देर रात प्रशासन ने लक्ष्मण झूला ब्रिज पर वाहनों की आवाजाही को रोकने के लिए बैरिकेडिंग लगाई. इसके अलावा पुल के दोनों छोरों पर पुलिस के जवान तैनात किया गए हैं.
कांवड़ मेला शुरू होने में मात्र 2 दिन शेष हैं. ऐसे में अब देखने वाली बात ये होगी कि प्रशासन लाखों की संख्या में आने वाले कांवड़ियों को किस तरह से मैनेज करेगा.
बता दें लोक निर्माण विभाग की सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ब्रिज को बंद किया गया था. रिपोर्ट मे यह कहा गया था कि लक्ष्मणझूला ब्रिज अतिरिक्त भार सह पाने में असमर्थ है. ब्रिज एक ओर झुक रहा है. रिपोर्ट के आधार पर ब्रिज को बन्द करने के आदेश जारी हुए थे, लेकिन प्रशासन सिर्फ दुपहिया वाहनों को ही प्रतिबंधित कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है.