ऋषिकेश: बीजेपी की दिवंगत कद्दावर नेता सुषमा स्वराज का ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन आश्रम से गहरा नाता था. सुषमा स्वराज ने यहां पहुंचकर कई बार गंगा आरती में भी हिस्सा लिया था. सुषमा स्वराज के निधन पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की है. इस दौरान उन्होंने उनके साथ बिताये कई अनमोल पलों को याद करते हुए साझा किया.
परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द ने सुषमा स्वराज के साथ हुई पुरानी मुलाकातों का जिक्र करते हुये कहा कि वे जब भी उनसे मिले हमेशा ही कुछ नया और नवोदित करने की चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि उनसे हुई हर मुलाकात बहुत ही प्रभावी थी. उनका व्यक्तित्व, वक्तव्य और उनकी आत्मीयता अत्यंत प्रभावी थी. ऋषिकेश यात्रा का स्मरण करते हुये स्वामी ने कहा कि जब वे गंगा तट पर आयी उन्होंने हमेशा ही गंगा आरती में हिस्सा लिया. स्वामी चिदानन्द ने कहा जब भी सुषमा जी का उनसे मिलना होता था वो हमेशा ही गंगा के बारे में बात करती थी.
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स्वामी चिदानन्द ने कहा कि उन्होंने विदेश मंत्रालय में एनआरआई के लिये एक सदस्य के रूप में कमेटी गठित की थी. जिसके लिए उन्होंने मुझसे प्रार्थना कि थी कि मैं भी उस बैठक में हिस्सा लूं. शौचालय के बारे में बताते हुए स्वामी चिदानन्द ने कहा कि सुषमा स्वराज ने कहा था कि देश में शौचालयों की बहुत जरुरत है. उन्होंने कहा कि तमाम व्यस्तता के बाद भी वे छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखती थी.
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स्वामी चिदानंद ने बताया कि सुषमा स्वराज कई बार परमार्थ निकेतन आईं थी और हर बार उन्होंने परमार्थ निकेतन आश्रम के गंगा घाट पर आयोजित होने वाली आरती में हिस्सा लिया था.