ऋषिकेश: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का भगवा धारी संतों को लेकर दिए गए विवादित बयान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. दिग्विजय सिंह के बयान के बाद तीर्थनगरी के संतों में दिग्विजय सिंह के खिलाफ खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है. संतों का कहना है कि दिग्विजय सिंह अपने बयान को लेकर संतों से माफी मांगे. वहीं, कई संतों ने पलटवार करते हुए कहा कि कुत्ता भौंकते रहता है और हाथी चलता रहता है, इस तरह के बयान से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला.
दरअसल, भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा था कि भगवे वस्त्र में चूरन बेचने वाले बाबा महिलाओं के साथ बलात्कार जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. दिग्विजय के इस बयान को लेकर तीर्थनगरी के संतों में खासा आक्रोश है. संतों ने कहा कि कांग्रेसी नेता दिग्विजय के इस बयान से संत समाज के लोगों की भावनाओं को काफी ठेस पहुंची है. भगवाधारी संत इस तरह के नहीं होते, अगर किसी संत ने गलत कार्य किया है तो उसको सजा मिलनी चाहिए.
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संतों ने कहा कि यह अधिकार किसी को नहीं है कि एक की वजह से सभी को गलत कहा जाए. साथ ही कहा कि अगर दिग्विजय सिंह अपने बयान पर माफी नहीं मांगते हैं तो संत समाज इनके खिलाफ मोर्चा खोल सकता है.
वहीं, कुछ संतों ने दिग्विजय सिंह के बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि सस्ती लोकप्रियता पाने के चक्कर में कुछ नेता इस तरह के विवादित बयान देते हैं. दिग्विजय अपनी गुमनामी से बाहर आने के लिए इस तरह के बयान दे रहे हैं.
संतों का कहना था कि इस तरह की बयान को सिर्फ यही समझा जा सकता है कि जिस तरह से हाथी के आने पर कुत्ते भौंकते रहते हैं और हाथी अपनी मस्त चाल में चलता रहता है, उसी तरह इस बयान का कभी उनपर कोई असर होने वाला नहीं है.