ऋषिकेश: तीर्थ नगरी ने लोग लगातार कूड़े की समस्या से परेशान हैं, लेकिन अब जल्द ही इस समस्या से निजात मिलने वाली है. ऋषिकेश में नासूर बन चुका कूड़े का मैदान जल्द ही ऋषिकेश से बाहर होने वाला है. इसके लिए नगर निगम को 10 एकड़ भूमि मिल चुकी है. जल्द ही वैज्ञानिक तरीके से इस भूमि पर डंपिंग जोन बनाया जाएगा.
पिछले कई दशकों से तीर्थ नगरी ऋषिकेश के बीचों-बीच कई बीघे में कूड़े का मैदान बना हुआ है. जहां पर लाखों टन कूड़ा इकट्ठा है. शहर के बीचों-बीच बने इस कूड़ेदान की वजह से तीर्थ नगरी में रहने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कूड़ेदान को शिफ्ट करने के लिए कई बार प्रयास किए गए, लेकिन हर बार प्रयास विफल रहा. पहले नगर पालिका को इसे शिफ्ट करने के लिए लकड़ घाट के पास भूमि मिली थी, लेकिन भूमि गंगा नदी किनारे होने की वजह से इस पर रोक लगा दी गई थी.
जिसके बाद से ही स्थानीय लोग लगातार इसे शिफ्ट करने की मांग पर अड़े हुए थे. जिसके बाद से ही कड़ेदान के लिए भूमि तलाशी जा रही थी. लंबी जद्दोजहद के बाद वन विभाग से 20 एकड़ भूमि की डिमांड की गई. जिसमें से 10 एकड़ भूमि नगर निगम को दे दी गई है. हालांकि इस मामले में भी कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.
नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त उत्तम सिंह नेगी ने बताया कि गुमानीवाला क्षेत्र में वन विभाग की खाली जमीन पड़ी है. जिसमें से 10 एकड़ भूमि नगर निगम को प्राप्त दे दी गई है. जल्द ही प्राप्त भूमि पर वैज्ञानिक तरीके से कूड़े के मैदान के लिए तैयार किया जाएगा. जिसके बाद यहां कूड़ा निस्तारण मशीन लगाई जाएगी. जिसमें कूड़े का ट्रीटमेंट किया जाएगा. इसके लिए शहरी विकास निदेशालय द्वारा डीपीआर तैयार कर लिया गया है.