ETV Bharat / city

तीर्थनगरी में कूड़े की समस्या से जल्द मिलेगी निजात, 10 एकड़ भूमि पर तैयार होगा 'कूड़े का मैदान' - Uttarakhand news

पिछले कई दशकों से तीर्थ नगरी ऋषिकेश के बीचों-बीच कई बीघे में कूड़े का मैदान बना हुआ है. जहां पर लाखों टन कूड़ा इकट्ठा है. शहर के बीचों-बीच बने इस कूड़ेदान की वजह से तीर्थ नगरी में रहने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अब जल्द ही लोगों को इस समस्या से निजात मिलने वाली है.

तिलक नगरी से बाहर होगा कूड़ा मैदान
author img

By

Published : Jun 27, 2019, 5:22 PM IST

ऋषिकेश: तीर्थ नगरी ने लोग लगातार कूड़े की समस्या से परेशान हैं, लेकिन अब जल्द ही इस समस्या से निजात मिलने वाली है. ऋषिकेश में नासूर बन चुका कूड़े का मैदान जल्द ही ऋषिकेश से बाहर होने वाला है. इसके लिए नगर निगम को 10 एकड़ भूमि मिल चुकी है. जल्द ही वैज्ञानिक तरीके से इस भूमि पर डंपिंग जोन बनाया जाएगा.

तिलक नगरी से बाहर होगा कूड़ा मैदान.

पिछले कई दशकों से तीर्थ नगरी ऋषिकेश के बीचों-बीच कई बीघे में कूड़े का मैदान बना हुआ है. जहां पर लाखों टन कूड़ा इकट्ठा है. शहर के बीचों-बीच बने इस कूड़ेदान की वजह से तीर्थ नगरी में रहने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कूड़ेदान को शिफ्ट करने के लिए कई बार प्रयास किए गए, लेकिन हर बार प्रयास विफल रहा. पहले नगर पालिका को इसे शिफ्ट करने के लिए लकड़ घाट के पास भूमि मिली थी, लेकिन भूमि गंगा नदी किनारे होने की वजह से इस पर रोक लगा दी गई थी.


जिसके बाद से ही स्थानीय लोग लगातार इसे शिफ्ट करने की मांग पर अड़े हुए थे. जिसके बाद से ही कड़ेदान के लिए भूमि तलाशी जा रही थी. लंबी जद्दोजहद के बाद वन विभाग से 20 एकड़ भूमि की डिमांड की गई. जिसमें से 10 एकड़ भूमि नगर निगम को दे दी गई है. हालांकि इस मामले में भी कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.


नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त उत्तम सिंह नेगी ने बताया कि गुमानीवाला क्षेत्र में वन विभाग की खाली जमीन पड़ी है. जिसमें से 10 एकड़ भूमि नगर निगम को प्राप्त दे दी गई है. जल्द ही प्राप्त भूमि पर वैज्ञानिक तरीके से कूड़े के मैदान के लिए तैयार किया जाएगा. जिसके बाद यहां कूड़ा निस्तारण मशीन लगाई जाएगी. जिसमें कूड़े का ट्रीटमेंट किया जाएगा. इसके लिए शहरी विकास निदेशालय द्वारा डीपीआर तैयार कर लिया गया है.

ऋषिकेश: तीर्थ नगरी ने लोग लगातार कूड़े की समस्या से परेशान हैं, लेकिन अब जल्द ही इस समस्या से निजात मिलने वाली है. ऋषिकेश में नासूर बन चुका कूड़े का मैदान जल्द ही ऋषिकेश से बाहर होने वाला है. इसके लिए नगर निगम को 10 एकड़ भूमि मिल चुकी है. जल्द ही वैज्ञानिक तरीके से इस भूमि पर डंपिंग जोन बनाया जाएगा.

तिलक नगरी से बाहर होगा कूड़ा मैदान.

पिछले कई दशकों से तीर्थ नगरी ऋषिकेश के बीचों-बीच कई बीघे में कूड़े का मैदान बना हुआ है. जहां पर लाखों टन कूड़ा इकट्ठा है. शहर के बीचों-बीच बने इस कूड़ेदान की वजह से तीर्थ नगरी में रहने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कूड़ेदान को शिफ्ट करने के लिए कई बार प्रयास किए गए, लेकिन हर बार प्रयास विफल रहा. पहले नगर पालिका को इसे शिफ्ट करने के लिए लकड़ घाट के पास भूमि मिली थी, लेकिन भूमि गंगा नदी किनारे होने की वजह से इस पर रोक लगा दी गई थी.


जिसके बाद से ही स्थानीय लोग लगातार इसे शिफ्ट करने की मांग पर अड़े हुए थे. जिसके बाद से ही कड़ेदान के लिए भूमि तलाशी जा रही थी. लंबी जद्दोजहद के बाद वन विभाग से 20 एकड़ भूमि की डिमांड की गई. जिसमें से 10 एकड़ भूमि नगर निगम को दे दी गई है. हालांकि इस मामले में भी कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा.


नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त उत्तम सिंह नेगी ने बताया कि गुमानीवाला क्षेत्र में वन विभाग की खाली जमीन पड़ी है. जिसमें से 10 एकड़ भूमि नगर निगम को प्राप्त दे दी गई है. जल्द ही प्राप्त भूमि पर वैज्ञानिक तरीके से कूड़े के मैदान के लिए तैयार किया जाएगा. जिसके बाद यहां कूड़ा निस्तारण मशीन लगाई जाएगी. जिसमें कूड़े का ट्रीटमेंट किया जाएगा. इसके लिए शहरी विकास निदेशालय द्वारा डीपीआर तैयार कर लिया गया है.

Intro:feed send on LU

ऋषिकेश-- तीर्थ नगरी ऋषिकेश मैं नासूर बन चुका कूड़े का मैदान जल्द ही ऋषिकेश से बाहर होगा नगर निगम ऋषिकेश को 10 एकड़ भूमि इसके लिए मिल चुकी है जल्द ही उस भूमि पर वैज्ञानिक तरीके का कूड़ा मैदान तैयार होगा।


Body:वी/ओ-- पिछले कई दशकों से तीर्थ नगरी ऋषिकेश के बीच बीच कई बीघे में कूड़ा मैदान बना हुआ है जहां पर लाखों टन कूड़ा इकट्ठा है इस कूड़ेदान की वजह से तीर्थ नगरी में रहने वाले लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है कूड़ेदान को शिफ्ट करने के लिए कई बार प्रयास किए गए लेकिन हर बार प्रयास विफल रहा पूर्व में नगर पालिका रहे ऋषिकेश को कूड़ा शिफ्ट करने के लिए लकड़ घाट के पास भूमि मिली थी लेकिन भूमि गंगा के किनारे होने की वजह से कूड़ेदान के लिए उस भूमि पर रोक लगा दी गई थी जिसके बाद लगातार कूड़ेदान को शिफ्ट करने के लिए भूमि तलाशी जा रही थी लंबी जद्दोजहद के बाद वन विभाग से 20 एकड़ भूमि की डिमांड की गई थी जिसमें से 10 एकड़ भूमि नगर निगम को दे दी गई है हालांकि इस मामले में भी कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था।


Conclusion:वी/ओ-- नगर निगम के सहायक नगर आयुक्त उत्तम सिंह नेगी ने बताया कि गुमानीवाला क्षेत्र में वन विभाग की खाली पड़ी 10 एकड़ भूमि नगर निगम को प्राप्त हो चुकी है जल्द ही उस भूमि पर पूरा मैदान शिफ्ट कर वैज्ञानिक तरीके के कूड़ा निस्तारण की मशीन लगाई जाएगी जिसमें कूड़े का ट्रीटमेंट किया जाएगा, इसके लिए शहरी विकास निदेशालय द्वारा डीपीआर तैयार कर लिया गया है।

बाईट--उत्तम सिंह नेगी( सहायक नगर आयुक्त ऋषिकेश)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.