ऋषिकेश: तीर्थनगरी के कई इलाकों में हजारों बीघा कृषि भूमि पर भू-माफिया नजरें गड़ाए बैठें हैं. यहां बिना लैंड यूज चेंज किये ही कृषि भूमि पर अवैध प्लॉटिंग की जा रही है. जिससे सरकार के राजस्व को लाखों रुपये का चूना लग रहा है. इस मामले की शिकायत कई बार उप जिलाधिकारी से भी की गई लेकिन, नतीजा सिफर रहा. हालांकि, अब मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकारण अवैध प्लॉटिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रहा है.
रायवाला, श्यामपुर, हरिपुरकलां, छिद्दरवाला, गुमानीवाला में कई भू-माफिया सक्रिय हैं. यहां दलालों के जरिए पहले जमीन खरीदी और फिर उसपर अवैध प्लॉटिंग कर उसे बेचा जा रहा है. मोटी कमाई के लिए दलालों द्वारा सारे नियम कानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. यहां बिना लैंड यूज चेंज किये कृषि भूमि पर प्लॉटिंग की जा रही है. जिसके कारण बाद में खरीदार भी मुश्किलों में फंस रहे हैं और उन्हें बिजली-पानी का कनेक्शन नहीं मिल रहा है.
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तहसील प्रशासन ने पूर्व में अवैध प्लॉटिंग पर अंकुश लगाने की कोशिश करते हुए अवैध कॉलोनाइजरों की लिस्ट तैयार की थी. मगर, इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में अवैध प्लॉटिंग का खेल यहां बदस्तूर जारी है और सुसवा नदी व नालों के किनारे की जमीनें भू-माफिया के निशाने पर हैं. प्लॉटिंग के लिए नदी के किनारे की कृषि भूमि खरीदकर इसकी आड़ में आस-पास की खाली पड़ी जमीनें भी कब्जा की जा रही हैं. भूमाफिया प्लॉटिंग के लिए नदी की धारा मोड़ने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं.
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वहीं, अब अवैध प्लॉटिंग के मामले को लेकर मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण कार्रवाई की बात कह रहा है. एमडीडीए के अधिशासी अभियंता ने कहा कि पूर्व में उन्हें 200 बीघे की अवैध प्लॉटिंग की शिकायत मिली थी. जिस पर प्लॉटिंग के ध्वस्तीकरण के आदेश जारी किए गए हैं. रायवाला में भी अवैध प्लॉटिंग की शिकायतें मिल रही हैं ऐसे में वहां भी जल्द कार्रवाई की जाएगी.