ऋषिकेश: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा संचालित करने वाली 9 परिवहन कंपनियों की रोटेशन व्यवस्था समिति का गठन इस बार नहीं होगा. यदि यात्रा काल के दौरान परिवहन सेवाएं लड़खड़ाती हैं, तो सरकार अधिसूचना जारी कर सरकारी रोटेशन व्यवस्था समिति का गठन करेगी. जिसके अध्यक्ष एसडीएम और सचिव एआरटीओ ऋषिकेश होंगे.
RTO दिनेश पठाई ने ली बैठक: गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार के द्वारा चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए दिए गए निर्देश के बाद आरटीओ देहरादून दिनेश चंद पठाई ने एआरटीओ कार्यालय ऋषिकेश में परिवहन कारोबारियों की बैठक ली. इसमें टैक्सी, कमांडर, सूमो, ट्रैकर, बस व अन्य परिवहन संस्थाओं के पदाधिकारी उपस्थित हुए. विचार-विमर्श के बाद यात्रा संचालित करने के लिए प्रत्येक वर्ष गठित होने वाली रोटेशन व्यवस्था समिति का गठन करने को लेकर बड़ी परिवहन कंपनियों ने साफ इनकार कर दिया.
ट्रैवल कारोबारियों ने रोटेशन व्यवस्था से किया मना: परिवहन कारोबारियों का कहना है कि इस बार लाखों की संख्या में श्रद्धालु यात्रा मार्ग पर जाएंगे. रोटेशन व्यवस्था समिति के तहत बसों का संचालन करना संभव नहीं होगा. परिवहन कारोबारियों का निर्णय सुनने के बाद आरटीओ देहरादून ने बताया कि परिवहन कारोबारियों ने यात्रा व्यवस्था बेहतर चलाने का आश्वासन दिया है. इस संबंध में गढ़वाल आयुक्त और उच्च अधिकारियों को भी अवगत करा दिया जाएगा. उन्होंने बताया यदि यात्रा काल के दौरान परिवहन सेवाएं लड़खड़ाती हैं, तो वर्ष 2014 की तरह इस वर्ष भी सरकार की ओर से अधिसूचना जारी कर सरकारी रोटेशन व्यवस्था समिति बनाने की कोशिश की जाएगी. इस संबंध में परिवहन आयुक्त को भी जानकारी भेजी जा रही है.
हेमकुंड साहिब के लिए बसों का अलग कोटा: बैठक के दौरान गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब के मैनेजर सरदार दर्शन सिंह और गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब की यात्रा कराने वाले ट्रैवल्स संचालक मनोज सहल ने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान बसों की कमी के कारण श्री हेमकुंड साहिब धाम जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. रोटेशन व्यवस्था समिति के तहत श्री हेमकुंड साहिब धाम की यात्रा को नजरअंदाज भी किया जाता है. आरटीओ ने समस्या सुनने के बाद श्री हेमकुंड साहिब धाम के लिए बसों का कोटा अलग से रिजर्व करने की बात कही है.
ये भी पढ़ें: चारधाम यात्रा: श्रद्धालुओं को कैसे करवाना होगा रजिस्ट्रेशन, कहां मिलेगा टूर पैकेज? जानें पूरे डिटेल्स
मौके पर उत्तराखंड परिवहन निगम के कार्यालय सहायक विपिन चौधरी ने यात्रा काल के दौरान संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति का गठन नहीं होने पर बीटीसी परिसर में यात्रा कराने के लिए अलग से काउंटर खोले जाने का सुझाव दिया. जिसमें अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती कर तीर्थ यात्रियों को व्यवस्था से अवगत कराते हुए बसें उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी कर्मचारियों को सौंपे जाने की बात कही.