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टेलीमेडिसिन को लेकर AIIMS ने अमेरिकी कंपनी से किया करार, अब घर बैठे मिलेगी स्वास्थ्य सुविधाएं - अमेरिकी कंपनी इवोल्को

एम्स ऋषिकेश और अमेरिकी कंपनी इवोल्को के बीच करार हो गया है. इससे अब पहाड़ी क्षेत्रों में बसे लोगों को अपने इलाज के लिए लंबी दूरी तय कर एम्स ऋषिकेश आने की जरूरत नहीं पडे़गी.

एम्स ऋषिकेश और अमेरिकी कंपनी इवोल्को में करार.
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Published : Oct 5, 2019, 10:17 AM IST

ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश और अमेरिकी कंपनी इवोल्को के बीच में टेलीमेडिसिन तकनीकी को लेकर करार हुआ है. इसके बाद टेलीमेडिसिन की तकनीक अमेरिकन/भारतीय कंपनी इवोल्को से उपलब्ध कराई जाएगी. इसका लाभ प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को घर बैठे मिल सकेगा. वहीं इस तकनीक से एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों से स्वास्थ्य संबंधी परामर्श भी ले सकेंगे.

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एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि इवोल्को कंपनी कैलिफोर्निया में स्थापित है. इसकी भारत में लखनऊ और बेंगलुरु में शाखाएं स्थापित हैं. कंपनी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित पेशेंट स्क्रीनिंग एंड टेलीमेडिसिन तकनीकि को विकसित करने का कार्य किया है.

उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एम्स संस्थान ने कंपनी के साथ करार किया है. इससे पर्वतीय क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को अपने गांवों से सैकड़ों किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर एम्स ऋषिकेश आने की जरूरत नहीं पडे़गी.

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गौरतलब है कि एम्स ऋषिकेश की स्थापना रोगियों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए की गई है. जिसके तहत एम्स प्रशासन मरीजों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने को सतत प्रयासरत है. इसी उद्देश्य से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में साल 2018 के जून माह में टेलीमेडिसिन इकाई की स्थापना की गई थी.

ऋषिकेश: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश और अमेरिकी कंपनी इवोल्को के बीच में टेलीमेडिसिन तकनीकी को लेकर करार हुआ है. इसके बाद टेलीमेडिसिन की तकनीक अमेरिकन/भारतीय कंपनी इवोल्को से उपलब्ध कराई जाएगी. इसका लाभ प्रदेश के पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को घर बैठे मिल सकेगा. वहीं इस तकनीक से एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों से स्वास्थ्य संबंधी परामर्श भी ले सकेंगे.

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एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रविकांत ने बताया कि इवोल्को कंपनी कैलिफोर्निया में स्थापित है. इसकी भारत में लखनऊ और बेंगलुरु में शाखाएं स्थापित हैं. कंपनी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित पेशेंट स्क्रीनिंग एंड टेलीमेडिसिन तकनीकि को विकसित करने का कार्य किया है.

उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एम्स संस्थान ने कंपनी के साथ करार किया है. इससे पर्वतीय क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को अपने गांवों से सैकड़ों किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर एम्स ऋषिकेश आने की जरूरत नहीं पडे़गी.

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गौरतलब है कि एम्स ऋषिकेश की स्थापना रोगियों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए की गई है. जिसके तहत एम्स प्रशासन मरीजों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने को सतत प्रयासरत है. इसी उद्देश्य से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में साल 2018 के जून माह में टेलीमेडिसिन इकाई की स्थापना की गई थी.

Intro:ऋषिकेश-- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश व अमेरिकी कंपनी इवोल्को के मध्य टेलीमेडिसिन तकनीक को लेकर करार हुआ है। इसके बाद टेलीमेडिसिन की तकनीक अमेरिकन/भारतीय कंपनी इवोल्को द्वारा उपलब्ध कराई जाएगी इसका सर्वाधिक लाभ उत्तराखंड के चिकित्सा सुविधाओं से विहीन सुदूर पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को घर बैठे मिल सकेगा और वह इस तकनीक से एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सकों से स्वास्थ्य संंबंधी परामर्श ले सकेंगे।   


Body:वी/ओ-- एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने बताया कि इवोल्को कंपनी कैलिफोर्निया में स्थापित है,जिसकी भारत में लखनऊ व बेंगलुरु में शाखाएं स्थापित हैं। कंपनी ने आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस पर आधारित पेशेंट स्क्रीनिंग एंड टेलीमेडिसिन तकनीकि को विकसित करने का कार्य किया है। उन्होंने बताया कि पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए एम्स संस्थान ने कंपनी के साथ करार किया है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने बताया कि टेलीमेडिसिन तकनीक से दूर दराज के पहाड़ी क्षेत्रों के मरीज एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सक से घर बैठे ही चिकित्सकीय सलाह प्राप्त कर सकेंगे। इससे पर्वतीय क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को न सिर्फ शीघ्र चिकित्सकीय सहायता मिलेगी वरन वह अपने गांवों से सैकड़ों किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर उपचार के लिए एम्स ऋषिकेश में आने की समस्या से  निजात पा सकेंगे। इससे उनके समय व धन की मितव्ययता भी नहीं होगी। 


Conclusion:वी/ओ-- गौरतलब है कि एम्स ऋषिकेश की स्थापना रोगियों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए की गई है,जिसके तहत एम्स प्रशासन मरीजों को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने को सतत प्रयासरत है। इसी उद्देश्य से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में वर्ष 2018 के जून माह में टेलीमेडिसिन इकाई की स्थापना की गई,इकाई के माध्यम से दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में स्थापित स्वास्थ्य केंद्रों में टेली परामर्श, टेली चिकित्सा सेवा व टेली चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। 
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