रामनगर: उत्तराखंड के कॉर्बेट पार्क और रामनगर आने वाले सैलानियों को पहाड़ी खाने का जायका मिलने जा रहा है. यहां के होटल रिजॉर्ट्स के अलावा गांवों में कुमाऊंनी खाना परोसने की तैयारी चल रही है. यहां की स्थानीय महिलाएं इस पहल के लिए आगे आई हैं. वहीं, रामनगर की होटल मैनेजमेंट एकेडमी भी महिलाओं को ट्रेनिंग देने के लिए आगे आई है .
बता दें कि रामनगर में हर साल 50,0000 सैलानी आते हैं, जो यहां के नजारों और वन्यजीवों का आनंद उठाते हैं. अब तक यहां आने वाले सैलानी पहाड़ के स्थानीय व्यंजनों का लुफ्त उठाने से महरुम रहते थे. अब इसे लेकर खास पहल की गई है. अब रिंगोड़ा गांव की महिलाओं का समूह पहाड़ी खाने को यहां आने वाले सैलानियों को परोसने की तैयारी कर रहा है. जिसमें भट के डुबके, तड़के वाला रायता, मंडुवे की रोटी, गहत की दाल, झंगोरे की खीर, पुए और अन्य पहाड़ी पकवान शामिल हैं.
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सैलानियों में हमेशा ही स्थानीय खाने को लेकर उत्सुकता रहती है, जो कि अब कॉर्बेट पार्क और रामनगर में भी उन्हें आसानी से उपलब्ध हो जाएगा. साथ ही इस पहल से स्थानीय लोगों के साथ ही होटल व्यवसायियों को इसका फायदा मिलेगा. पहाड़ का खाना स्वादिष्ट होने के साथ-साथ इम्यूनिटी बढ़ाने वाला भी होता है.
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कुमाऊंनी व्यंजन को बनाने वाली कमला रौतेला कहती हैं कि हमारा समूह हमारी पुरानी सभ्यता को जिंदा रखने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने कहा आज लोग पहाड़ी खाने को भूलते जा रहे हैं. वहीं, कौशल एकेडमी (होटल मैनेजमेंट) के संचालक गिरीश घुग्तियाल ने कहा कि अगर कोई महिला या छात्र कुमाऊंनी व्यंजनों के बारे में कुछ सीखना चाहते हैं या फिर उसके बारे में बताना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. उन्होंने कहा हम अपने होटल मैनेजमेंट में महिलाओं और छात्राओं को फ्री में स्वादिष्ट खाना बनाने की ट्रेनिंग देंगे.