रामनगर: रामनगर वनप्रभाग ने हाई कोर्ट के आदेश के बाद पालतू हाथियों का अधिग्रहण कर लिया था. जिनमें से लक्ष्मी नाम की एक हथिनी लंबे समय से बीमार थी. वह ठीक से खड़ी तक नहीं हो पा रही थी. आज वन विभाग की टीम ने हथिनी की बिगड़ती हालत को देखते हुए इलाज क लिए डॉक्टरों की टीम बुलाई. लेकिन ठीक से खड़े न हो पाने के चलते हथिनी को उठाने के लिए वन विभाग ने क्रेन का सहारा लिया. जिसके बाद पशु चिकित्सकों की टीम ने हथनी का परीक्षण किया. अब हथिनी की हालत पहले से बेहतर बताई जा रही है.
हाई कोर्ट के आदेश के बाद रामनगर वन प्रभाग में 8 पालतू हाथियों का अधिग्रहण किया था. इन हाथियों को वन विभाग की देखरेख में आम डंडा क्षेत्र में बने अस्थाई हाथीखाने में रखा गया था. इन हाथियों में से एक हथिनी पांव की लंबी बिमारी के चलते पिछले दो दिन से अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही थी. विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद क्रेन के सहारे हथनी को खड़ा किया. जिसके बाद डॉक्टरों की टीम ने हथिनी का इलाज किया.
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विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि हथिनी लक्ष्मी के पैर में पिछले 6 महीने से इंफेक्शन था. जिसका उपचार किया जा रहा था. लेकिन इन्फेक्शन के चलते उसके पैरों की मांस-पेशियां कमजोर पड़ गई थीं. परीक्षण करने पर हथिनी के पैर में पैरालाइज के लक्षण पाए गए. जिसके कारण वह खड़ी नहीं हो पा रही थी. उपचार के बाद हथनी लक्ष्मी का स्वास्थ्य पहले से बेहतर बताया जा रहा है.