रामनगर: प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना का लाभ लगभग चार हजार परिवारों को मिला है.जिसमें नगर क्षेत्र के अंतर्गत 3025 परिवारों को बिजली कनेक्शन दिए गये हैं. वहीं बात अगर राजस्व ग्रामों की करें तो यहां 248 परिवारों को विद्युत कनेक्शन दे कर घरों को रोशन किया है.
इसके अलावा रामनगर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले वन ग्रामों में 780 परिवारों को सोलर ऊर्जा किट दी गयी है. आजादी के बाद से इन गांवो के घर उजाले के लिए संघर्ष कर रहे थे. जिसे सौभाग्य योजना ने पूरा कर दिया है. वन ग्रामों के ग्रामीणों का मानना है कि सोलर ऊर्जा एक वैकल्पिक व्यवस्था है. इससे वर्षों से अंधेरे पड़े घरो में उजाला जरूर हुआ है. लेकिन गांव के लोग बिजली का कनेक्शन चाहते हैं जिसके लिए वे संघर्ष कर रहे हैं.
ग्रामीणों का मानना है कि वन ग्रामों में जो गांव कॉर्बेट की सीमा के अंदर हैं वहां बिजली कनेक्शन न होने के लिए कॉर्बेट प्रशासन जिम्मेदार है. वहीं गांवो में लगभग छः दशक के बाद रोशनी से घर जगमगाने से ग्रामीणों के चेहरे खिले हुए हैं. विद्युत वितरण खण्ड रामनगर के अधिशासी अभियन्ता की मानें तो रामनगर में सौभग्य योजना के तहत दो ग्रिड दिये गये हैं. नगर और राजस्व ग्रामों में ग्रिड से 3273 कनेक्शन बिजली के दिये गये हैं. इसके अलावा वन ग्राम रामपुर,चोपड़ा,रिंगौड़ा खत्ता, आमडण्डा खत्ता, अर्जुन नाला आदि को ऑफ दा ग्रिड कनेक्शन दिए गये हैं. इन वन ग्रामों को सोलर ऊर्जा किट दी गयी है.
780 परिवारों को सोलर ऊर्जा किट का लाभ दिया गया है. सुंदरखाल
और देवी चौड़ गांव ऐसे हैं जिन्हें प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना का लाभ नहीं मिला है. बताया जा रहा है कि इन दोनों वन ग्रामों का मामला कोर्ट में चल रहा है.जिस कारण यहां बिजली कनेक्शन और सोलर ऊर्जा किट देना संभव नहीं हो पाया है.गौरतलब है कि 31 मार्च तक ही यहां के लोगों को सौभाग्य योजना का लाभ मिल पायेगा.