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लम्बी बीमारी के बाद हथिनी लक्ष्मी की मौत, वन प्रभाग में शोक की लहर

रामनगर वन प्रभाग में बीती रात हथिनी लक्ष्मी की मौत हो गई. जिसको लेकर डीएफओ बीपी सिंह का कहना है कि कहा कि लक्ष्मी की मौत से वन प्रभाग के समस्त कर्मचारियों में शोक की लहर है.

पालतू हथिनी लक्ष्मी की मौत.
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Published : Jul 31, 2019, 2:16 PM IST

रामनगर: पिछले एक साल से बीमारी से जूझ रही पालतू हथिनी लक्ष्मी की कल रात मौत हो गई. लक्ष्मी के उपचार में वन विभाग के लगभग 30 लाख रुपये खर्च हुए. फिलहाल वन विभाग लक्ष्मी के पोस्टमार्टम में जुटा हुआ है. पोस्टमार्टम के बाद लक्ष्मी को दफना दिया जाएगा.

पालतू हथिनी लक्ष्मी की मौत.

बता दें कि लक्ष्मी उन 8 हाथियों में से है जिन्हें हाईकोर्ट ने अभिग्रहण करने का आदेश रामनगर वन प्रभाग को दिया था. लक्ष्मी को ढिकुली स्थित एक निजी रिसॉर्ट से 9 अगस्त 2018 को बरामद किया गया था. जिसके बाद से लक्ष्मी लगातार बीमार चल रही थी. लक्ष्मी के पैरों में इंफेक्शन था, जोकि लगातार फैलता गया. पशुचिकित्सकों द्वारा लक्ष्मी का इलाज भी कराया गया. जिसमें लगभग 30 लाख रुपये का खर्च आया. बावजूद इसके लक्ष्मी की मौत हो गई.

पढ़ें: मलेरिया के रोगी में पाया गया दुर्लभ प्रजाति का परजीवी, पुष्टि हुई तो होगा देश का पहला मामला

वहीं, रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ बीपी सिंह ने कहा कि लक्ष्मी की मौत से वन प्रभाग के समस्त कर्मचारियों में शोक की लहर है. फिलहाल वन विभाग इसके पोस्टमार्टम की तैयारी में जुटा हुआ है. जिसके बाद लक्ष्मी को दफना दिया जाएगा.

रामनगर: पिछले एक साल से बीमारी से जूझ रही पालतू हथिनी लक्ष्मी की कल रात मौत हो गई. लक्ष्मी के उपचार में वन विभाग के लगभग 30 लाख रुपये खर्च हुए. फिलहाल वन विभाग लक्ष्मी के पोस्टमार्टम में जुटा हुआ है. पोस्टमार्टम के बाद लक्ष्मी को दफना दिया जाएगा.

पालतू हथिनी लक्ष्मी की मौत.

बता दें कि लक्ष्मी उन 8 हाथियों में से है जिन्हें हाईकोर्ट ने अभिग्रहण करने का आदेश रामनगर वन प्रभाग को दिया था. लक्ष्मी को ढिकुली स्थित एक निजी रिसॉर्ट से 9 अगस्त 2018 को बरामद किया गया था. जिसके बाद से लक्ष्मी लगातार बीमार चल रही थी. लक्ष्मी के पैरों में इंफेक्शन था, जोकि लगातार फैलता गया. पशुचिकित्सकों द्वारा लक्ष्मी का इलाज भी कराया गया. जिसमें लगभग 30 लाख रुपये का खर्च आया. बावजूद इसके लक्ष्मी की मौत हो गई.

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वहीं, रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ बीपी सिंह ने कहा कि लक्ष्मी की मौत से वन प्रभाग के समस्त कर्मचारियों में शोक की लहर है. फिलहाल वन विभाग इसके पोस्टमार्टम की तैयारी में जुटा हुआ है. जिसके बाद लक्ष्मी को दफना दिया जाएगा.

Intro:summary- लगभग एक वर्ष से बीमारी से जूझ रही पालतू मादा हथिनी लक्ष्मी की कल रात मौत हो गयी। लक्ष्मी उन्ही हथियों के साथ साथ जब्त की गयी थी। जिन 8 हाथियों को हाईकोर्ट ने अभिग्रहण करने का आदेश रामनगर वन प्रभाग को दिया था। ढिकुली स्थित एक निजी रिसॉर्ट से लक्ष्मी को जब्त किया गया था। यह तभी से बीमार थी इसकी टांगों में संक्रमण फैल गया था जिस कारण इसका खड़े होना संभव ना हो सका लाख उपचार के बाद भी विभाग इसे जिंदा रखने में नाकाम रहा। लक्ष्मी के उपचार के लगभग 30 लाख रुपये से अधिक की धनराशि विभाग की खर्च हुई है।लक्ष्मी का पोस्टमार्टम करा कर उसे दफनाया दिया जायेगा।


intro- आखिर कार लम्बी बिमारी के चलते पालतू हथिनी लक्ष्मी जिंदगी की जंग हार गयी। बीती रात को मौत हो गयी। लक्ष्मी की मौत से वन विभाग में मायूसी छा गयी है।


Body:vo.- रामनगर पिछले वर्ष अगस्त माह में हाईकोर्ट के आदेश के बाद रामनगर वन प्रभाग ने 8 हाथियों का जब्तीकरण किया था। जिसमें इंफिनिटी रिसोर्ट की हथिनी लक्ष्मी भी शामिल थी। लक्ष्मी तभी से बीमार थी। लक्ष्मी को ज़ब्त करने के बाद उसका मेडिकल परीक्षण किया गया जिसमें उसकी आगे की दोनों टांगों में इन्फेक्शन पाया गया। धीरे-धीरे यह इन्फेक्शन बढ़ता गया और एक जानलेवा बिमारी का रूप धारण कर लिया। हालांकि वन विभाग ने इसका काफी उपचार कराया देश से लेकर विदेश तक के पशुचिकित्सकों ने इसका उपचार किया परंतु नतीजा सकारात्मक नहीं आया। ओर धीरे धीरे बिमारी और जानलेवा होती चली गयी। इसके उपचार में 30 लाख रूपए से भी अधिक का खर्चा वन विभाग ने किया। बावजूद इसके लक्ष्मी पिछले एक हफ्ते से जमीन पर ऐसी लेटी जो फिर कभी ना उठ सकी। बीती रात को मध्य रात्रि में आमडंडा स्थित अस्थाई हाथीखाने में लक्ष्मी ने अपने प्राण त्याग दिये। जिसके बाद वन विभाग में मायूसी छा गयी। फिलहाल वन विभाग इसके पोस्टमार्टम की तैयारी में जुटा है। पोस्टमार्टम के बाद लक्ष्मी हथिनी के मृत शरीर को दफना दिया जायेगा।

byte- बी.पी.सिंह (डीएफओ,वनप्रभाग रामनाग)


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