रामनगर: नगर में हाई कोर्ट के आदेश के बाद वन प्रभाग ने 8 निजी पालतू हाथियों को अभीग्रहण किया था. उनमें से लक्ष्मी नामक मादा हथनी का स्वास्थ्य लम्बे समय से खराब है. विभाग द्वारा लक्ष्मी को हर संभव उपचार दिया जा रहा है. लेकिन लक्ष्मी के स्वास्थ पर कोई फर्क नहीं हो है. वहीं अब वन प्रभाग के अधिकारी लक्ष्मी की जान बचाने के लिए उसे एस ओ एस मथुरा भेजने की कोशिश कर रहे हैं. जिसके चलते वन प्रभाग ने उत्तराखंड के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन से गुहार लगाई है.
आपको बता दें कि कुछ माह पहले हाई कोर्ट के आदेश पर रामनगर वन प्रभाग ने पालतू हाथिओं का जब्तीकरण करके हाथियों को अपने अधीन ले लिया था, काफी समय से बीमार चल रही है. जिसमें से लक्ष्मी नामक पालतू हथनी के पैरों में चोट लगने की वजह से लक्ष्मी के पैरों में संक्रमण फैल गया है. जिससे लक्ष्मी के पांव की मसल्स कमजोर हो गई है. जिसके चलते लक्ष्मी अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो पा रही है.
वहीं विभाग द्वारा लक्ष्मी को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए गए हैं, लक्ष्मी के ईलाज के लिए विभागीय वेटनरी डॉक्टरों ने, पंतनगर विश्वविद्यालय की विशेषज्ञों की टीम और साउथ अफ्रीका के क्रूगर नेशनल पार्क के पूर्व वेटरनरी डॉक्टर कोबत सिरोत से भी सलाह ली पर लक्ष्मी की हालात में कोई सुधार नहीं हो पाया है.
जिसके चलते रामनगर वन प्रभाग लक्ष्मी को बेहतर उपचार दिलाने के लिए एसओएस मथुरा भेजने की कोशिश कर रहे हैं. जिसके लिए विभाग ने चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को लिखित रूप में पत्र लिख कर गुहार लगाई है.