नैनीताल/धनौल्टी/थराली/बागेश्वर/चंपावत/पिथौरागढ़: देवभूमि की वादियां एक बार फिर से बर्फबारी से लकदक हो गई हैं. साल की दूसरी बर्फबारी से पहाड़ों पर सफेद बर्फ की चादर बिछ गई है.बीते दो-तीन दिनों से प्रदेश में मौसम लगातार करवट बदल रहा है. जिसके कारण कई इलाकों में बारिश के साथ बर्फबारी हुई है. कुमाऊं से लेकर गढ़वाल हर जगह पर कमोवेश ये ही हालात हैं.
बर्फबारी से सरोवर नगरी में अस्त व्यस्त हुआ जीवन
सरोवर नगरी नैनीताल भी एक बार फिर से सफेद बर्फ की चादर में ढक चुकी है. नैनीताल में हुई बर्फबारी से एक बार फिर ठंड लौट चुकी है. जिसके कारण तापमान में काफी गिरावट दर्ज की जा रही है. पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, मुक्तेश्वर, पहाड़पानी, धानाचुली में जमकर बर्फबारी हो रही है. बर्फबारी के कारण जनजीवन भी पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. बर्फबारी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों का शहरों से संपर्क कट गया है. स्थानीय लोगों को भी इसके कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, साल की दूसरी बर्फबारी का लुत्फ उठाने के लिए पर्यटक भी सरोवर नगरी पहुंचने लगे हैं. जिसके कारण सरोवर नगरी एक बार फिर से गुलजार हो रही है.
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चांदी सी चमक रही धनौल्टी की वादियां
राजधानी देहरादून के पास मौजूद हिल स्टेशन भी एक बार फिर से चांदी से चमकते नजर आ रहे हैं. मसूरी हो या फिर धनोल्टी हर जगह बर्फबारी से वादियां लकदक हैं. बर्फबारी के कारण लोग अपने घरों में कैद होने को मजूबर हो गये हैं. भारी बर्फबारी के चलते क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति भी ठप हो गई है. बर्फबारी के कारणचम्बा-धनौल्टी-मसूरी मोटरमार्ग भी बंद हो गया है. प्रशासन लगातार मार्ग को खोलने के प्रयासों में जुटा है.
चमोली में स्कूलों की छुट्टियां
प्रदेश के पहाड़ी जिलों के लिए एक बार फिर से मौसम विभाग की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई है. बीते रोज चमोली में हुई बारिश के चलते ठंड बढ़ गई है. जिसके कारण जिलाअधिकारी स्वाति एस भदैरिया ने जिले के सभी सरकारी और अर्ध सरकारी, आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित किया.थराली सहित देवाल ,नारायबगड़ के ऊंचाई वाले इलाकों में अब भी बर्फबारी का दौर जारी है. कुराड़, पार्था,लोहजंग ,मुन्दोली ,घेस तोर्ती,रामपुर,आजनटॉप, झड़ाटॉप भेकलताल, झलताल में हो रही बर्फबारी, बारिश और बर्फीली हवाओं के चलते ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. क्षेत्र में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण जहां पर्यटन व्यवसाय व किसानों के चेहरे खिलते नजर आ रहे हैं तो वहीं, कस्बों में अब सन्नाटा छाने लगा है.
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बागेश्वर में मौसम के बदले मिजाज के बाद अलर्ट पर प्रशासन
बागेश्वर में भी बीती रात से निचले इलाकों में लगातार बारिश हो रही है. उच्च हिमालयी क्षेत्र से लगे कपकोट तहसील के गांवों में फिर से हुई बर्फबारी से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. कपकोट तहसील के जैतोली, विनायक, धूर, खाती, वाछम समेत दर्जनों गांव बर्फ की सफेद चादर से ढक गए हैं. वहीं कौसानी व ग्वालदम में आज दोपहर साढ़े ग्यारह बजे से बर्फबारी शुरू हुई.आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में बागेश्वर में 5 एमएम, गरुड़ में 15 एमएम व कपकोट में साढ़े सात एमएम बारिश दर्ज की गई है. वहीं, जिले में फिलहाल सड़क, पेयजल व विद्युत व्यवस्था सामान्य है. बर्फबारी व बारिश से कड़ाके की ठंड पड़ रही है. मौसम विभाग के अलर्ट के बाद जिला आपदा प्रबंधन विभाग समेत तहसीलों को अलर्ट पर रखा गया है.
चंपावत में लगातार दो दिन से हो रही बारिश के बाद बर्फबारी जारी है. जिससे यहां जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. तीसरी बार हुई बर्फबारी से एक बार फिर पर्यटक पहाड़ की ओर रुख करने लगे हैं. देवीधुरा, खेतीखान एबटमाउंट, मायावती, हिंगला देवी की पहाड़ियां बर्फ से पूरी तरह ढ़क चुकी हैं. लगातार हो रही बारिश और बर्फबारी से टनकपुर-पिथौरागढ़ मार्ग कीचड़ और भूस्खलन से प्रभावित हो गया है. जिससे यात्रियों की समस्या बढ़ गई है. जिला प्रशासन ने यातायात को सुचारु करने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिये हैं.
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पिथौरागढ़ में हिमनगरी मुनस्यारी समेत जिले के ऊंचे इलाकों में पिछले दो दिनों से जारी बर्फबारी ने कई मुश्किलें पैदा कर दी हैं. ऊंचाई वाले क्षेत्र पूरी तरह से बर्फ से पटे हुए हैं. जिसके कारण लोग घरों में कैद हो गये हैं. भारी बर्फबारी के कारण थल-मुनस्यारी मोटरमार्ग दूसरे दिन भी बंद रहा. लोक निर्माण विभाग मार्ग खोलने के लिए दिन भर मौसम खुलने का इंतजार करता रहा, मगर सफलता नहीं मिली. वहीं, मुनस्यारी समेत दर्जनों गावों में विद्युत और पेयजल सप्लाई बाधित हो गई है. खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने मुख्य चौराहों पर अलाव के इंतजाम किए हैं. साथ ही रैन बसेरे की व्यवस्था भी की गई है. प्रशासन ने जिले में भारी बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है. उच्च हिमालयी इलाकों में तैनात सेना, आईटीबीपी, एसएसबी और सीपीडब्ल्यूडी को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गये हैं.