पिथौरागढ़/बेरीनाग: जिला महिला अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ने लगा है. सोमवार को कलक्ट्रेट के पास छात्र संघ ने इसके विरोध में मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया. गुस्साए छात्रों ने जिलाधिकारी का भी घेराव किया. वहीं बेरीनाग में आक्रोशित महिलाओं ने इस मामले में मनावाधिकार आयोग को पत्र भेजा है. जिसमें स्वास्थ्य विभाग पर गंभीर आरोप लगाये हैं.
पिथौरागढ़ में एबीवीपी कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं की मौत मामले में प्रदर्शन किया. छात्रों ने ने जिलाधिकारी का घेराव करते हुए कहा कि 2 महीने के भीतर महिला अस्पताल में 4 गर्भवती महिलाओं की मौत हो चुकी है. बावजूद अस्पताल प्रबंधन कोई सबक नहीं ले रहा है. छात्रों ने गर्भवती महिलाओं की मौत की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
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एबीवीपी की प्रांत सह छात्रा प्रमुख सुचिता पंत ने कहा कि हॉस्पिटल के कर्मचारियों का व्यवहार मरीजों के प्रति पूरी तरह अमानवीय है. जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वहीं उपाध्यक्ष पूनम महर ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 48 घण्टे के भीतर मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो व्यापार संघ को साथ मिलकर बाजार बंद करते हुए चक्काजाम किया जाएगा.
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बेरीनाग में भी इस मामले को लेकर खासा आक्रोश देखने को मिला. यहां सांसद प्रतिनिधि और पूर्व ब्लॉक प्रमुख रेखा भंडारी ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारजगी जताते हुए विभाग को पूरी तरह से गैरजिम्मेदार बताया. उन्होंने महिलाओं की मौत पर मनावाधिकार आयोग को पत्र भेजा. जिसमें स्वास्थ्य विभाग पर जानबूझकर महिलाओं को मारने का आरोप लगाया गया है. उन्होंने कहा यहां लम्बे समय से जिला चिकित्सालय में प्रसव की कोई व्यवस्था नहीं है. स्टाफ नर्सों के द्वारा ही प्रसव कराया जा रहा है. जिससे महिलाओं की जिंदगी के साथ खिलावाड़ हो रहा है.