पिथौरागढ़: टनकपुर से पिथौरागढ़ तक बन रही ऑलवेदर रोड लगातार सवालों के घेरे में है. मलबा निस्तारण और रोड कटिंग को लेकर कार्यदायी संस्था की कई शिकायतें की जा चुकी हैं. वहीं, डेढ़ सौ किमी. के दायरे में एनएच ने जगह-जगह पर मलबे का ढ़ेर लगे हुए हैं. जिसके कारण यातायात में परेशानियां आ रही हैं. आलम ये है कि सड़क के नीचे से गुजरने वाली सरयू नदी में मलबा गिर रहा है. जिसके चलते नदी का पानी मटमैला हो रहा है. बावजूद इसके कार्यदायी संस्था पर कोई असर होता नहीं दिख रहा है.
टनकपुर-पिथौरागढ़ ऑलवेदर रोड निर्माण में लगातार मानकों की अनदेखी के कारण दर्जनों लैंड स्लाइड जोन तैयार हो गए हैं. जिसके कारण आए दिन बॉर्डर को जोड़ने वाला ये हाईवे बंद हो रहा है. यही नहीं गैर वैज्ञानिक तरीके से की गई कटिंग के चलते भविष्य में भी खतरे की आशंका बनी हुई है. खराब कटिंग की वजह से पहाड़ आए दिन दरक रहे हैं.
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ऑलवेदर रोड निर्माण में लगातार कार्यदायी संस्था की लापरवाही का नतीजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. तमाम अव्यवस्थाओं के चलते भी प्रशासन इस मामले में मूक बना बैठा है. ये बात अलग है कि अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनी हाई पावर कमेटी ने इसे जरूर गंभीरता से लिया है.