नैनीताल: श्रीनगर के कॉलेज में एमबीबीएस की छात्रा की आत्महत्या का मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है. छात्रा के पिता ने नैनीताल हाई कोर्ट में याचिका दायर कर उनकी बेटी की मौत के मामले में उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है. साथ ही छात्रा के पिता ने अपनी जान को खतरा बताते हुए सुरक्षा की भी मांग की है. वहीं, शिवानी के पिता ने कॉलेज और पुलिस पर मामले में पर्दा डालने का भी आरोप लगाया है.
बता दें कि उधम सिंह नगर निवासी हरीश बंसल की 23 वर्षीय पुत्री शिवानी बंसल राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी. 24 फरवरी 2018 को शिवानी की लाश कॉलेज के हॉस्टल में फंदे से लटकी हुई मिली थी. इस दौरान उसके कमरे से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था. जिसमें उसने अपने लिखा था कि वह एमबीबीएस की पढ़ाई नहीं करना चाहती थी. साथ ही सुसाइड नोट में उसने अपने परिजनों से माफी भी मांगी थी और लिखा था कि उसका मकसद खिलाड़ी बनना था.
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शिवानी के परिजनों ने सुसाइड नोट पर संदेह जाहिर कर उसको आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था. जिस पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी. मृतका के पिता का आरोप है कि मौत के 12 घंटे बाद उन्हें घटना की सूचना दी गई. साथ ही कहा कि उनकी बेटी बचपन से ही मेधावी छात्रा रही थी, जो सुसाइड नोट दिया गया है वह उनकी शिवानी का लिखा हुआ नहीं है.
शिवानी के पिता ने आरोप लगाया कि उनकी पुत्री की हत्या कर उसे लटकाया गया था. कॉलेज प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि शिवानी की हत्या पर पर्दा डालने के लिए घटना को आत्महत्या का रूप दिया गया. साथ ही कहा कि कॉलेज और पुलिस इस मामले को रफादफा करने में जुटी है.
हरीश बंसल ने कहा कि शिवानी के शव को निकालने के लिए जिस कमरे के वेंटिलेटर की जाली काटी गई पुलिस ने उसकी वीडियो क्यों नहीं बनाई. जांच में हो रही देरी से साक्ष्य मिटने का अंदेशा है. हरीश ने कहा कि उनके द्वारा की जा रही न्यायिक कार्रवाई से उन्हें जान का खतरा है, जिसके लिए उन्होंने एसएसपी उधम सिंह नगर से सुरक्षा की गुहार लगाई है.