नैनीताल: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने एक दिवसीय दौरे पर नैनीताल पहुंचे. यहां पहुंचकर सीएम ने उत्तराखंड प्रशासनिक अकादमी (ATI) में पीसीएस अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सभी अधिकारी हमारे देश और उत्तराखंड की शान हैं. उन्होंने कहा कि इन्हीं से सरकार की छवि बनती और बिगड़ती है.
उत्तराखंड प्रशासनिक अकादमी के कार्यक्रम में पहुंचे सीएम ने सभी अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी निभाने और सरकार के सभी कामों को पूरा करने का भी मंत्र दिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कुमाऊंनी भाषा में लिखी 4 किताबों का भी विमोचन किया. इन किताबों को आने वाले शैक्षणिक सत्र में कुमाऊं के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा.
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सीएम का कहना है कि इस कदम से नई पीढ़ी को अपनी भाषाओं से जोड़ने आसान होगा. स्कूली बच्चों को कुमाउंनी पाठ्य पुस्तकों के जरिए हमारी संस्कृति और भाषा से जोड़े रखने में मदद मिलेगी.
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मुझे यह बताते हर्ष है कि हमारी नई पीढ़ी को अपनी भाषाओं से जोड़ने के लिए गढ़वाली पाठ्य पुस्तकों की तर्ज पर अब कुमाउंनी पाठ्य पुस्तकें भी तैयार हैं। स्कूली बच्चों को कुमाउंनी पाठ्य पुस्तकों के जरिए हमारी संस्कृति और भाषा से जोड़े रखने में मदद मिलेगी। pic.twitter.com/Bw9WyKU3JM
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— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) December 28, 2019मुझे यह बताते हर्ष है कि हमारी नई पीढ़ी को अपनी भाषाओं से जोड़ने के लिए गढ़वाली पाठ्य पुस्तकों की तर्ज पर अब कुमाउंनी पाठ्य पुस्तकें भी तैयार हैं। स्कूली बच्चों को कुमाउंनी पाठ्य पुस्तकों के जरिए हमारी संस्कृति और भाषा से जोड़े रखने में मदद मिलेगी। pic.twitter.com/Bw9WyKU3JM
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) December 28, 2019
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कार्यक्रम के बाद झारखंड विधानसभा चुनाव की हार पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा इससे उत्तराखंड में कई असर नहीं पड़ेगा. सीएम ने कहा इन दोनों प्रदेशों की भौगोलिक और राजनीतिक परिस्थितियां अलग हैं. उन्होंने कहा अगर उत्तराखंड की तुलना करनी ही है तो हिमाचल से की जानी चाहिए.
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उन्होंने कहा झारखंड में सरकार ने गरीबों के लिए करीब 4 लाख 25 हजार आवास बनाए. 24 जिलों में से 19 नक्सल प्रभावित जिलों से 90% नक्सलवाद को खत्म किया. उन्होंने बताया इस बार के चुनाव में पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा 2% ज्यादा मतदान हुआ लेकिन भाजपा की सीटें कम हुई हैं.