मसूरी: नगर पालिका परिषद में सभासदों द्वारा संचालित कर कमेटी पर गंभीर आरोप लगे हैं. कंपनी बाग निवासी सतंराम चौहान ने आरोप लगाया है कि कर कमेटी ने अवैध तरीके से शासकीय कोष में वित्तीय अनियमितताएं की हैं. साथ ही होटल व्यवसायियों के भवन कर निर्धारण में घपला किए जाने का आरोप लगाया है. मामले में संयुक्त निदेशक शहरी विकास निदेशालय पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिये हैं.
बता दें, मसूरी कंपनी बाग निवासी सतंराम चौहान ने संयुक्त निदेशक शहरी विकास निदेशालय को शिकायत पत्र भेज कर सभासदों की कर कमेटी पर गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाये गये हैं, जिसमें सक्षम अधिकारी से जांच कराने की संस्तुति की है. शहरी विकास निदेशालय द्वारा जिलाधिकारी देहरादून को निर्देशित किया गया है.
निदेशालय के निर्देश पर अपर जिलाधिकारी बीर सिंह बुद्वियाल ने एसडीएम मसूरी को सात बिदुंओं कि शिकायत पर संयुक्त कमेटी गठित की है. साथ ही महालेखाकार द्वारा नामित सदस्य को शामिल कर जांच कर आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं, जिसपर एसडीएम मसूरी ने जांच कमेटी बनाकर जांच शुरू कर दी है.
क्या है मामला ?
संत राम चौहान ने शिकायत पत्र में कहा है कि पालिका सभासदों ने होटल व्यवसायियों के भवन कर निर्धारण एवं पालिका संपत्तियों पर अध्यासी के रूप में नाम दर्ज करने के आदेश कर भारी अनियमितताएं की हैं. जिस पर सभासदों में आपसी विवाद भी हुआ. विगत 10 वर्षों की टैक्स कमेटी में किए गये टैक्स निर्धारण का पुर्नावलोकन अधिकृत चार्टेड एकाउंट को नामित कर करवाया जाये.
इसके साथ ही सभासद जसवीर कौर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा गया है कि कौर द्वारा दूधली, चसखेत बुल्हाट में सडक निर्माण को निविदा के आधार पर कार्य संपादित करना दिखाया गया है, जबकि मौके पर सड़क निर्माण हुआ ही नहीं है. जबकि इन कार्यों के बिलों का भुगतान करवा लिया गया है. वही सभासदों द्वारा अपने चहेतों ठेकेदारों को काम दिलवाकर, बिना काम के भुगतान करवाये गये हैं.
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निदेशालय से निर्देश मिलने के बाद अपर जिलाधिकारी वीर सिंह बुद्वियाल ने एसडीएम मसूरी को सभी बिंदुओं की जांच को लेकर कमेटी गठित कर जांच करने के आदेश दे दिए हैं. मामले की गठित होने वाली कमेठी द्वारा जांच की जायेगी. जिसके बाद जांच रिपोर्ट शहरी विकास निदेशालय को भेजी जायेगी. निदेशालय द्वारा आरोप सही पाए जाने पर कार्रवाई निर्धारित की जाएगी.