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खबर का असर: एथलीट अनिता से खेल मंत्री ने की मुलाकात, दिया हर संभव मदद का आश्वासन

काशीपुर की एथलीट अनिता से मिलने खेल मंत्री अरविंद पांडे रविवार को उसके घर पहुंचे. इस दौरान ने उसके लिए कुछ बेहतर करने का वादा किया.

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Published : Nov 3, 2019, 5:28 PM IST

काशीपुर: उत्तराखंड राज्य के लिए दर्जनों पदक जीतने वाली काशीपुर की एथलीट अनिता से खेल मंत्री अरविंद पांडे ने रविवार को मुलाकात की. ईटीवी भारत ने 26 अक्टूबर को अनिता की खबर को प्रमुखता से दिखाई थी. जिसके बाद अरविंद पांडे अनिता से मिलने उसके घर पहुंचे. इस दौरान अरविंद पांडे अनिता की हौसला अफजाई की. साथ ही उसके लिए कुछ बेहतर करने का वादा किया. वहीं, अनिता ने ईटीवी भारत का धन्यवाद किया और कहा कि वे अपने देश के लिए आगे भी कुछ करना चाहती हैं.

एथलीट अनिता से खेल मंत्री ने की मुलाकात.

बता दें कि अनिता ने उत्तराखंड राज्य को 400, 800 और 1500 मीटर दौड़ में दर्जनों मैडल दिलाए हैं. जिसे देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन्हें पुलिस कांस्टेबल बनाने के लिए अनुंशसा की थी. बावजूद उसे आज तक नौकरी नहीं मिल सकी है.

पढ़ें: तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच खूनी झड़प, कई घायल

अनिता उत्तराखंड के काशीपुर में मानपुर रोड पर रहती हैं. अनिता चार भाई बहनों में सबसे छोटी है. अनिता का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है. जिस कारण अब अनिता का हौसला जबाब देने लगा है. पिता बलबीर सिंह की कमाई से परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में वे एथलीट बेटी के उचित खान-पान की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं.

अनिता ने नौकरी के लिए खूब प्रयास किए, लेकिन हर जगह असफलता ही मिली. साल 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अनिता की उपलब्धियों को देखते हुए उसे उत्तराखंड उदय सम्मान से भी नवाजा था. साथ ही पुलिस महानिदेशक को कांस्टेबल पद के लिए अनुशंसा भी की. लेकिन अनिता को आज तक नौकरी नहीं मिली. वहीं, अब खेल मंत्री अरविंद पांडे रविवार को अनिता से मिलने उसके घर पहुंचे और जल्द ही उसके लिए कुछ बेहतर करने का आश्वासन दिया.

काशीपुर: उत्तराखंड राज्य के लिए दर्जनों पदक जीतने वाली काशीपुर की एथलीट अनिता से खेल मंत्री अरविंद पांडे ने रविवार को मुलाकात की. ईटीवी भारत ने 26 अक्टूबर को अनिता की खबर को प्रमुखता से दिखाई थी. जिसके बाद अरविंद पांडे अनिता से मिलने उसके घर पहुंचे. इस दौरान अरविंद पांडे अनिता की हौसला अफजाई की. साथ ही उसके लिए कुछ बेहतर करने का वादा किया. वहीं, अनिता ने ईटीवी भारत का धन्यवाद किया और कहा कि वे अपने देश के लिए आगे भी कुछ करना चाहती हैं.

एथलीट अनिता से खेल मंत्री ने की मुलाकात.

बता दें कि अनिता ने उत्तराखंड राज्य को 400, 800 और 1500 मीटर दौड़ में दर्जनों मैडल दिलाए हैं. जिसे देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उन्हें पुलिस कांस्टेबल बनाने के लिए अनुंशसा की थी. बावजूद उसे आज तक नौकरी नहीं मिल सकी है.

पढ़ें: तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच खूनी झड़प, कई घायल

अनिता उत्तराखंड के काशीपुर में मानपुर रोड पर रहती हैं. अनिता चार भाई बहनों में सबसे छोटी है. अनिता का परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है. जिस कारण अब अनिता का हौसला जबाब देने लगा है. पिता बलबीर सिंह की कमाई से परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में वे एथलीट बेटी के उचित खान-पान की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं.

अनिता ने नौकरी के लिए खूब प्रयास किए, लेकिन हर जगह असफलता ही मिली. साल 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अनिता की उपलब्धियों को देखते हुए उसे उत्तराखंड उदय सम्मान से भी नवाजा था. साथ ही पुलिस महानिदेशक को कांस्टेबल पद के लिए अनुशंसा भी की. लेकिन अनिता को आज तक नौकरी नहीं मिली. वहीं, अब खेल मंत्री अरविंद पांडे रविवार को अनिता से मिलने उसके घर पहुंचे और जल्द ही उसके लिए कुछ बेहतर करने का आश्वासन दिया.

Intro:


Summary- काशीपुर में ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है ईटीवी भारत ने उत्तराखंड राज्य के लिए दर्जनों पदक जीतने वाली काशीपुर के करीब परिवार की एथलीट अनीता की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित व प्रसारित किया किया था। जिसके बाद उत्तराखंड सरकार के खेल एवं शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने आज खुद अनीता के काशीपुर में मानपुर रोड स्थित आवास पर पहुंचकर न केवल उसकी हौसला अफजाई की बल्कि उसके लिए कुछ बेहतर करने का वादा भी किया। इस दौरान अनीता ने ईटीवी भारत द्वारा दिखाई गई खबर को लेकर ईटीवी भारत का धन्यवाद दिया।

एंकर- काशीपुर में ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है ईटीवी भारत ने उत्तराखंड राज्य के लिए दर्जनों पदक जीतने वाली काशीपुर के करीब परिवार की एथलीट अनीता की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित व प्रसारित किया किया था। जिसके बाद उत्तराखंड सरकार के खेल एवं शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने आज खुद अनीता के काशीपुर में मानपुर रोड स्थित आवास पर पहुंचकर न केवल उसकी हौसला अफजाई की बल्कि उसके लिए कुछ बेहतर करने का वादा भी किया। इस दौरान अनीता ने ईटीवी भारत द्वारा दिखाई गई खबर को लेकर ईटीवी भारत का धन्यवाद दिया।
Body:वीओ- आपको बताते चलें कि 26 अक्टूबर को (सरकार को नहीं दिख रहे एथलीट बेटी के आंसू राज्य को दिलाए दर्जनों पदक, अब सुध नहीं ) नामक शीर्षक से अनीता नामक एथलीट की खबर को प्रमुखता से दिखाया था। जिसमें अनीता ने बताया था कि उसने अपने राज्य उत्तराखंड को 400, 800 और 1500 मीटर दौड़ में दर्जनों मैडल दिलाये है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत उसकी उपलब्धियों को देखते हुए पुलिस कांस्टेबिल के लिए अनुंशसा भी कर चुके है। वह एम.ए, बीपीएड है। बाबजूद इसके उसे आज तक नौकरी नहीं मिल सकी है। वह माता पिता पर बोझ नहीं बनना चाहती।

वीओ- अनीता उत्तराखंड के काशीपुर में मानपुर रोड पर रहने वाले बलबीर सिंह के चार बच्चों में सबसे छोटी बेटी अनीता है जिसे बचपन से ही खेल व मैदानों से मोहब्बत थी। उसकी इस प्रतिभा को कोच चंदन सिंह नेगी ने पहचाना और उसे प्रशिक्षण दिया। अनीता ने अपने प्रशिक्षक की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए पहले जूनियर स्तर पर राज्य भर में पदकों के ढेर लगाए फिर नेशनल स्तर की प्रतियोगिताओं में भी वह जहां गई, गले में पदक लटका कर लौटी। अब तक राज्य व नेशनल स्तर पर सैकड़ों पदक जीत चुकी अनीता का हौसला अब पारिवारिक तंगहाली के चलते जबाब देने लगा है। पिता बलबीर सिंह की कमाई से परिवार चलाना ही मुश्किल है ऐसे में अपनी एथलीट बेटी के उचित खान पान की व्यवस्था कैसे कर सकते है। अनीता ने नौकरी के लिए खूब प्रयास किये लेकिन हर जगह असफलता ही मिली। 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अनीता की खेलों में उपलब्धियों को देखते हुए उसे उत्तराखंड उदय सम्मान से भी नवाजा साथ ही पुलिस महानिदेशक को कांस्टेबिल पद के लिए अनुशंसा भी की लेकिन अनीता को आज तक नौकरी नहीं मिली। इस खबर को ईटीवी भारत के द्वारा प्रमुखता से दिखाए जाने के बाद खेल मंत्री अरविंद पांडे आज खुद अनीता के घर पहुंचे और उसे जल्दी बेहतर करने का आश्वासन देते हुए अनीता से आगे बढ़ने के लिए कहा।
बाइट- अनिता, एथलीट
बाइट- अरविंद पांडेय, खेल एवं शिक्षा मंत्री उत्तराखंड सरकारConclusion:
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